2019 में वाराणसी होगा पीएम का ‘विकास मॉडल’, आज रखी जाएगी नींव
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसी साल 12 नवंबर को यानी की आज ही अपने ड्रीम प्रोजेक्ट की शुरुआत करने वाले हैं। खबरों के मुताबिक ऐसा कहा जा रहा है कि ये मोदी जी की संसदीय क्षेत्र में 15वीं यात्रा है। इससे पहले भी मोदी जी कई बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को तोहफा दे चुके हैं और आज भी 2400 करोड़ रु के प्रोजेक्ट का तोहफा प्रदान कर रहे हैं। इसके तहत कई सारी ऐसी योजनाएं शुरू की जा रही है जिसको देख कर कोई भी कह पाएगा कि हां अब वाराणसी सच में बदल रहा है।
2014 में जब नरेन्द्र मोदी को बतौर प्रधानमंत्री प्रोजेक्ट किया गया था तो उस समय हिन्दु और एक विकाश मॉडल की तरह ही उन्हें पेश किया गया था जो की उस समय के चुनाव में खूब असर दिखाया था। ठीक उसी प्रकार की तरह इस बार भी बीजेपी सरकार वैसे ही दिखने वाली है।आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री बनारस के सांसद हैं और वाराणसी को तो पूरी दुनिया में जाना जाता है इसलिए बनारस का विकास करना मोदी जी के लिए आवश्यक है। मोदी के द्वारा उद्घाटन किए जाने वाले परियोजनाओं के नाम कुछ इस प्रकार हैं
बाबतपुर-बनारस फोर लेन परियोजना
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लागत राशि -812.59 करोड़ रु
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सड़क की लंबाई -17.25 किलोमीटर
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सितंबर को इसका शिलान्यास किया था।शुरू से प्रधानमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। इस फोर लेन पर कई सारे फुट ब्रिज बनाए गए हैं जिसकी वजह से बनारस की खूबसूरती में चार चांद लग जा रहा है ।इसके साथ ही गांव के बीच फव्वारे बनारस के बदलने का आभास करा रहे हैं।
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फोर लेन के फायदे
इस फोर लेन के माध्यम से आप एयरपोर्ट से बनारस तक की दूरी को सामान्य स्पीड से भी चलें तो 15 से 20 मिनट में तय कर लेंगे।साथ ही साथ यहां पूरी दुनिया से पर्यटक आते हैं। अभी कुछ ही दिनों में इलाहाबाद में हर बार की तरह कुंभ का मेला लगने वाला है अधिकांशतः लोग बनारस हो कर ही जाते हैं ऐसे में जो भी बनारस आता है तो उसे नरेन्द्र मोदी के इस विकास मॉडल नजर आएगा ही जिसको देखते ही सबको ये दिख जाएगा कि मोदी जी ने बनारस को बदल दिया है।
रिंग रोड
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लागत राशि -759.36 करोड़ रु
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सड़क की लंबाई -16.55 किलोमीटर
इस योजना के बारे में अटल बिहारी वाजपेई जी के समय में ही विचार किया गया था लेकिन जैसे ही इनकी सरकार गई ये योजना भी मानो कहीं दब ही गई थी और फिर मोदी जी ने इस प्रोजेक्ट को अपने हाथ में लिया और अब उन्होंने ये पूरा कर दिखाया। ये रिंग रोड जौनपुर आजमगढ़ गाजीपुर जाने वाले रास्तों को आपस में जोड़ेगी।
वाराणसी हल्दिया जल परिवहन योजना
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लागत राशि -2006.84 करोड़ रु
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टर्मिनल की कैपेसिटी-1.26एमपीटीए
यह योजना भी अटल जी के समय से चली आ रही थी लेकिन मोदी जी ने इसे पूरा कर दिखाया। इस योजना की शुरुआत 2014 में ही हो गई थी। वाराणसी से हल्दिया तक गंगा नदी में 30 मीटर चौड़ा चैनल भी बनाया जा रहा है।
सीवेज पंपिंग स्टेशन प्रोजेक्ट
गंगा नदी में गिरने वाले सिवर को रोकने के लिए 34 करोड़ की राशि लगाकर सीवेज पंपिंग स्टेशन की शुरुआत की योजना भी बन रही है।