अब Truecaller ऐप के इस्तेमाल के लिए चुकनी पड़ेगी फीस, यहाँ पढ़ें वजह
स्मार्टफोन में ट्रूकॉलर ऐप का इस्तेमाल करने वालों के लिए बुरी खबर है, क्योंकि जल्द ही ट्रूकॉलर के इस्तेमाल के लिए आपको अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है। कॉलर आईडी ट्रूकॉलर अपनी सेवाओं की शर्तों में बदलाव करने जा रहा है। जो यूजर्स ट्रूकॉलर का इस्तेमाल कर रहे हैं, उनमें से कुछ को इन दिनों एक नोटिफिकेशन आ रहा है, जिसमें बताया जा रहा है कि उनके पास अब सीमित कॉलर आईडेंटीफिकेशन रह गये हैं।
वहीं स्वीडन की इस कंपनी ने इसके लिए अपने सपोर्ट पेज पर कारण बताए हैं। कंपनी ने कहा है कि वह अपने यूजर्स को सब्सक्रिप्शन बेस्ड मॉडल पर ले जा रही है. सपोर्ट पेज पर लिखा गया है, ” जैसा कि ट्रू कॉलर आपके कम्यूनिकेशन को जितना संभव है उतना आसान और सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, हमें कुछ संसाधनों की जरूरत हो रही है, ताकि हम अपने यूजर्स को सेवाएं देते रहें, हम अपने यूजर्स को, जो कि हमारी सेवाओं से फायदा ले रहे हैं, उन्हें कहना चाहते हैं कि अपने एप को प्रो सब्सक्रिप्शन की ओर अपग्रेड कर लें।”
स्वीडिन की कंपनी ने अपनी योजना विस्तार से बताते हुए कहा है कि, “इस सब्सक्रिप्शन में आपको बिना विज्ञापन के सेवाएं मिलती है और आप जिन दोस्तों के नाम इसमें ढूंढ़ते हैं उन्हें कॉन्टैक्ट रिक्वेस्ट भी भेज सकते हैं. हमारी कोशिश है कि ट्रू कॉलर को बढिया बनाया जाए और इसे लंबे समय के लिए तैयार किया जाए. अब हम इस एप को और भी पॉवरफुल और आगे की बातें जानने वाला बनाना चाहते हैं।”
खबरों के मुताबिक ये कदम ऐप के हैवी यूजर्स के लिए हैं. हालांकि अभी इस बात का कोई पता नहीं चला है कि कंपनी किन यूजर्स को हैवी यूजर्स की श्रेणी में रखेगी. साथ ही उनसे कितने पैसे चार्ज करेगी. वही कंपनी का कहना है कि इसमें नामों की संख्या और फ्री कॉलर आईडी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।