तंगहाली ही नहीं बल्कि 70 साल पुराने आर. के. स्टूडियो के बिकने के पीछे ये हैं 4 बड़ी वजहें
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री को एक नई पहचान राज कपूर ने दी थी| लेकिन आज उनका आर के स्टूडियों बिकने के कगार पर हैं| आर के स्टूडियों 70 साल से हिंदी सिनेमा की कई क्लासिक फिल्मों का गवाह हैं| दरअसल राज कपूर की पत्नी कृष्णा राज कपूर ने बेटे रणधीर कपूर, ऋषि और राजीव के अलावा बेटियों रितु नंदा और रीमा जैन के साथ मिलकर इसे बेचने का फैसला किया है। राज कपूर के बड़े बेटे रणधीर कपूर ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में बताया कि सितंबर 2017 में आग लगने की वजह से स्टूडियो को काफी नुकसान हुआ था। लेकिन अब स्टूडियो को मेंटेन रखने में काफी खर्च आ रहा हैं| जिसकी वजह से इसे बेचने का फैसला लिया गया।
आर के स्टूडियों को बेचने की कई वजहें बताई जा रहीं हैं| आइए जानते हैं कि आखिर क्या वजह हैं जो राज कपूर की इतनी पुरानी याद को कपूर खानदान मिटाने जा रहा हैं| राज कपूर के बड़े बेटे रणधीर कपूर ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में बताया कि सितंबर 2017 में आग लगने की वजह से स्टूडियो को काफी नुकसान हुआ था। लेकिन अब स्टूडियो को मेंटेन रखने में काफी खर्च आ रहा हैं| जिसकी वजह से इसे बेचने का फैसला लिया गया। आर के स्टूडियों को बेचने की कई वजहें बताई जा रहीं हैं| आइए जानते हैं कि आखिर क्या वजह हैं जो राज कपूर की इतनी पुरानी याद को कपूर खानदान मिटाने जा रहा हैं|
यह भी पढ़ें : सलमान खान को लेकर ऐश्वर्या राय ने किया अहम खुलासा, जानकर हैरान हो जाएंगे आप
(1) दरअसल सितंबर 2017 में आर के स्टूडियो में आग लग गयी थी| जिसकी वजह से स्टूडियों को काफी नुकसान हुआ था| आग लगने की वजह से कपूर परिवार की कई धरोहरें और एंटीक चीजें भी जल कर राख़ हो गई थीं। लेकिन अब इस स्टूडियों को दोबारा से बनाना कपूर खानदान के लिए काफी मुश्किल लग रहा हैं।
(2) इस स्टूडियो को बेचने की दूसरी वजह यह भी हैं कि आजकल कोई भी इतनी दूर शूटिंग करने के लिए आना नहीं चाहता हैं| जब उन्हें अंधेरी या फिर गोरेगांव में लोकेशन आसानी से मिल जा रही हैं|
(3) पिछले कई सालों से आर के स्टूडियो में फिल्मों की शूटिंग काफी कम हो गई हैं। बस कुछ टीवी सीरियल और विज्ञापन फिल्मों की ही शूटिंग के दम पर यह स्टूडियो चल रहा हैं। जिसकी वजह से इस स्टूडियों का खर्च निकालना मुश्किल हो गया हैं|
(4) लोगों की माने तो ऋषि कपूर ने कहाँ कि भविष्य में बच्चों के बीच जायदाद के बँटवारे को लेकर कानूनी जंग से बचने के लिए भी यह फैसला लिया गया हैं| आपकी जानकारी के लिए बता दें की आर के स्टूडियो चेंबूर में स्थित हैं| 1988 में राज कपूर के निधन के बाद से ही आर के स्टूडियो की देख-रेख का जिम्मा रणधीर कपूर के पास था। इस स्टूडियो में ही राजीव कपूर ने अपनी फिल्म ‘प्रेम ग्रंथ’ की शूटिंग भी की थी।