वाराणसी जंक्शन पर भी शुरू हुई यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग, OK होने पर ही शहर में मिलेगी एंट्री
कोरोना वायरस इस समय पूरे विश्व में तहलका मचा रहा हैं, दुनिया का लगभग हर देश इस समय कोरोना से पीड़ित हैं कोरोना की वजह से दुनिया के सभी देश बाकी देशों से कट चुके हैं इस जानलेवा बीमारी कोरोना की वजह से काफी फ्लाइट, ट्रैन और बसे बंद हो चुकी है। भारत में भी यह बीमारी अपने पैर पसार चुकी हैं और अभी यह दूसरी स्टेज को पार कर चुका हैं, भारत के लगभग सभी हवाई अड्डों पर थर्मल सक्रीनिंग की सुविधा शुरू कर दी गईं हैं ताकि कोई भी यात्री बिना जांच के शहर में प्रवेश नहीं कर पाए। इसके अलावा रेलवे स्टेशन और मेट्रो में यह सुविधा शुरू कर दी गई है, अभी हाल में ही इस बीमारी से निपटने के लिए पवित्र काशी यानी वाराणसी जंक्शन पर थर्मल सकैनिंग की शुरुआत की गईं हैं।
वाराणसी जंक्शन पर हुई थर्मल सकैनिंग शुरू
वाराणसी के जिलाधिकारी ने इस बीमारी से निपटने के लिए महामारी अधिनियम को लागू किया हैं जिसके अनुसार पूरे जनपद में सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर काफी ज्यादा सावधानी बरती जा रही हैं।
कोरोना से बचने के क्रम में वाराणसी जंक्शन पर थर्मल सकैनिंग के बाद ही यात्रियों को शहर के अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा हैं और पूरी जांच के बाद ही स्टेशन से बाहर जाने दिया जा रहा हैं। इसके लिए जंक्शन पर इंफ्रारेड थर्मल स्कैनर इंस्टाल किया गया हैं, यह भी जानकारी मिली हैं कि ट्रैन में सवार यात्रियों को भी जांच की जा रही हैं ताकि उनमें से अगर किसी में इस बीमारी से सम्बंधित कोई लक्षण मिलते हैं तो उसको आइसोलेशन केंद्र ले जाया जा सके और कोई अन्य यात्री इससे प्रभावित ना हो।
मीटिंग में लिया गया था निर्णय
बताया जा रहा हैं कि इस बीमारी को लेकर एडीआरएम प्रकाश चतुर्वेदी ने एक हाई-लेवल मीटिंग बुलाई थीं जिसमें उत्तर रेलवे के अंतर्गत आने वाले वाराणसी जंक्शन के सभी अधिकारियों को बुलाया गया था। मीटिंग सपंन्न होने के बाद बताया गया कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार, रेल मंत्रालय और जिला प्रशासन के द्वारा जारी की गईं एडवाइजरी को लेकर मीटिंग बुलाई गईं थी जिसमें सभी अधिकारियों को इस बारें में जानकारी दी गईं हैं। मीटिंग में ही स्टेशन पर थर्मल सकैनिंग करने का निर्णय लिया गया जिससे कि हर यात्री जांच होने के बाद ही वाराणसी शहर में प्रवेश कर पाएं।
स्पेशल हेल्प डेस्क भी हैं मौजूद
इस बीमारी के चलते स्टेशन पर स्पेशल हेल्प डेस्क भी बनाया गया हैं जिसमें डॉक्टरों की टीम हमेशा उपलब्ध रहेगीं, इसके अलावा वो स्टेशन पर पैट्रोलिंग भी करती हुईं दिखाई देंगी ताकि अगर कोई संदिग्ध दिखाई दे तो उसकी जांच की जा सकें।