इस दिवाली राज्य कर्मचारियों को मिला बंपर बोनस
जेनरली बोनस सरप्राइज के जैसे दिया जाता है। बोनस का अर्थ होता है कर्मचरियो की सैलरी में बढ़ोतरी या अतिरिक्त लाभ। बोनस किसी कंपनी या इंस्टीच्यूशन में काम करने वाले कर्मचारी की योग्यता कंपनी में हुई उन्नति की आधार पर दिया जाता है। हमारे देश में किसी भी कंपनी के लिए ये महत्वपूर्ण है की वो अपने कर्मचारियों के पेमेंट में जहाँ तक संभव हो सके सलाना बढ़ोतरी करनी चाहिए।
जो भी कर्मचारी महीने में 10 हजार रू० सैलरी लेता हो उसकी लिए भी बोनस मान्य है 15 वर्ष से कम काम कर रहे कर्मचारी को कम-से-कम 60 रुपय प्रतिमाह बोनस मिलता है और जिस कर्मचारी को 15 वर्ष से ज्यादा हो गये काम करते हुए उसे कम-से-कम 100 रु० प्रतिमाह साल में एक बार बोनस मिलता है। उनकी योग्यता को देखते हुए उनका बोनस 20% तक भी बढ़ाया जा सकता है।
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इस दीवाली भी सरकरी कर्मचारियों को बोनस जारी हो चूका है। राज्य के 6 लाख कर्मचारियों का बोनस का लाभ मिलेगा। 7 हजार रुपए बोनस राज्य सरकार ने 31 दिन के लिए घोषणा कर दिया था। इसके अनुसार सुचना मिली है की 6774 रू० 30 दिन के लिए पे किया जाएगा। राज्य सरकार पर ये दिवाली की अवसर पर दिए जाने वाले बोनस की वजह से 406 करोड़ रु० का वित्तीय भार पड़ेगा। राज्य सरकार ये बोनस पंचायत समिति ,जिला परिषद के कर्मचारियों को भी दे सकती है
इस बोनस को बढ़ाने के लिए वित्त विभाग ने 10 दिन पहले से इस योजना को तैयार कर लिया था। मुख्यमंत्री ने राज्य के कर्मचारियों को इस प्रस्ताव के तहत सात हजार रु० बोनस में देने का निर्देश दिया है। जिन कर्मचारियों का सैलरी 4 हजार 800 रुपए ग्रेड-पे या उससे कम है उन्ही कर्मचारियों को ये बोनस मिलेगा।