Stan Lee, Marvel Comics godfather, dead at 95 | नहीं रहे सुपरहीरोज के भगवान
न्यूयॉर्क शहर में पैदा हुए स्टेन ली के मां-बाप रोमानियन मूल के यहूदी थे, ली का बचपन कुछ खास नहीं था मगर जैसे जैसे वो बड़े हुए उनके अंदर फिल्में देखने का शौक बढ़ते गया और आपको जानकार हैरानी होगी की एरौन फ्लिन उनके फेवरेट हुआ करते थे। स्टेन ली ज़्यादातर महानायकों के रोल करते थे। थोड़ा और बड़े हुए लिखने का चस्का भी बढ़ा और उनके मन में एक कीड़े ने जन्म लेना शुरू कर दिया की एक रोज़ वे बहुत फाड़ सा महान अमेरिकन नॉवेल लिखेंगे और शायद Marvel’s Comics उनकी इसी सोच की दें है।
स्टेन ली ओ अक्सर ही आपको मार्वल की फिल्मों में कैमियो रोल में दिखते नजर आ जाते थे ठीक वैसे ही जैसे की बॉलीवुड में अपनी फिल्म के बीच बीच सुभाष घई दिख जाते हैं। कभी आंट मैन से भी मिल लेता था to कभी थॉर से भी बातें करते दिख जाये। इतना ही नहीं बल्कि कैप्टन अमेरिका के कद पर भी कमेंट कर लेता था तो कभी कभी एजेंट्स ऑफ शील्ड में चलती ट्रेन में भी पहुंच जाता था।
स्टेन ली कोई मामूली इंसान नही थे, उन्होने जीवन के हर रंग देखे हैं और सिर्फ फिल्में द्ख्न और किरदार निभाना या कहानी लिखने के अलावा वो 42 वर्ष की उम्र में आर्मी में जा पहुंचे। आर्मी में काम ये था कि मैनुअल्स लिखते, ट्रेनिंग फिल्मों की स्क्रिप्ट लिखते, साथ ही युद्ध के वक़्त आर्मी के लिए स्लोगन भी लिखे।
आज स्टेन ली हमारे बीच नही हैं सोमवार को 95 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया। इस बात को आप कुछ इस तरह भी समझ सकते हैं की सुपरहीरोज का भगवान अब नहीं रहा। भगवान अगर होते हैं तो मरते भी होंगे, क्योंकि आज हम सुपरहीरोज के भगवान को मरते देख रहे हैं जो निश्चित रूप से बहुत ही बड़ी घटना है।
Marvel Film’s के दीवाने ना सिर्फ अमेरिका में बल्कि पूरे विश्व बार में हैं और शायद ही इस सीरीज से जुड़ा कोई भी किरदार ऐसा होगा जिसे किसी ने भी ना पसंद किया हो फिर चाहे वो हीरो हो या फिर विलेन। इनकी रचनाएँ पूरी तरह से काल्पनिक हैं मगर आपके सामने कुछ इस तरह से रखी जाती है जिसे आप किसी की भी कल्पना कह नही नहीं सकते और आप उसे दुनिया की एक हकीकत मान बैठते हैं।