RBI ने ब्याज दरें बढ़ाई : लोन लेने वालों की जेब होंगी ढीली तो फ़िक्स्ड डिपॉज़िट वालों की हो सकती है बल्ले
महंगाई के बोझ तले दबे आम आदमी को एक और झटका लगने पर आज मुहर लग गई। ये झटका लोन महंगा होने को लेकर है। आज रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में मौद्रिक नीति समिति (एम.पी.सी.) की तीन दिवसीय बैठक हुई। बैठक में रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की वृद्धि कर दी गई है। इस वृद्धि के बाद नया रेपो रेट 6.25 फीसदी हो गया है। रिवर्स रेपो रेट में भी इतनी ही बढ़ोतरी हुई है।
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मॉनिटरी पॉलिसी के बाद RBI ने रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया। रेपो रेट बढ़ने से हर तरह के लोन की EMI बढ़ेगी, रिजर्व बैंक के इस कदम से साफ है कि अब सस्ते कर्ज का दौर खत्म हो रहा है और आपको महंगे कर्ज के लिए तैयार रहना होगा। हालांकि, आरबीआई ने CRR में कोई बदलाव नहीं किया है और ये 4 फीसदी पर बरकरार है, एमपीसी के सभी सदस्यों ने दर बढ़ाने के पक्ष में वोट किया।
लोन लेने वालों की कटेगी जेब
RBI द्वारा रेपो रेट के बढ़ाने के बाद ये बात तो अब तय है कि बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगे। क्रिसिल के प्रमुख अर्थशास्त्री धर्मकीर्ति जोशी ने कहा कि कुछ बैंक जहां ब्याज दरों में पहले ही इजाफा कर चुके हैं वहीं अब बाकी बचे बैंक भी धीरे-धीरे इसमें बढ़ोतरी करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे होम और कार लोन सहित अन्य लोन भी महंगे हो जाएंगे।
पहले से ले रखा है लोन तो जानें क्या होगा असर
जिन लोगों ने पहले से लोन ले रखा है, उनकी EMI पर इसका सीधा असर होगा। हालांकि बढ़ी हुई ईएमआई का अहसास आपको तब होगा, जब आपके लोन की रीसेट डेट आएगी। रीसेट डेट के दौरान आपकी भविष्य की ईएमआई एमसीएलआर के आधार पर कैलकुलेट की जाएंगी। यदि रीसेट डेट के बाद आपके होम लोन पर ब्याज की दरें बढ़ती हैं तो होम लोन लेने वाले अपने रेट की तुलना दूसरे बैंकों से कर सकते हैं और अपनी सुविधानुसार लोन ट्रांसफर भी कर सकते हैं।