देशभर में आज मनाई जा रही ईद-उल-अजहा, राष्ट्रपति कोविन्द और पीएम मोदी ने दी बधाई
आज समूचे भारतवर्ष में मुस्लिम समुदाय के लोग अपने समुदाय का सबसे बड़ा त्योहार बकरीद ईद-उल-अजहा का त्योहार मना रहे हैं, बता दें की ईद-उल-अजहा को बकरीद भी कहा जाता है। रिवाजों के अनुसार आज के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग सुबह मस्जिद में नमाज अदा करते है और फिर बकरे की कुर्बानी देते हैं।
इस खास मौके पर देश के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविन्द जी ने टिवीटर के माध्यम से देशवासियों को शुभकामना संदेश देते हुए कहा, “ईद-उल-जुहा के अवसर पर, मैं सभी देशवासियों विशेषकर अपने सभी मुस्लिम भाइयों और बहनों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। इस विशेष दिन, हम त्याग और बलिदान की भावना के प्रति अपना आदर व्यक्त करते हैं। आइए, अपने समावेशी समाज में एकता और भाइचारे के लिए हम सब मिलकर कार्य करने का संकल्प लें।”
ईद-उल-जुहा के अवसर पर सभी देशवासियों विशेषकर हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
इस विशेष दिन हम त्याग और बलिदान की भावना के प्रति अपना आदर व्यक्त करते हैं। आइए, अपने समावेशी समाज में एकता और भाइचारे के लिए मिलकर काम करें — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 22, 2018
आज सुबह सुबह ही दिल्ली के जमा मस्जिद पर भरी संख्या में लोगों ने नमाज अदा की और फिर एक दूसरे से गले मिलकर एक दूसरे को ईद की शुभकामनाएं दी। वहीं दुसराइ तरफ पीएम मोदी ने भी देशवासियों को बधाई देते हुए ट्वीट किया है।
Best wishes on Id-ul-Zuha. May this day deepen the spirit of compassion and brotherhood in our society.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2018
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें की बकरीद को अरबी में ‘ईद-उल-जुहा’ कहा जाता हैं। इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है की आज के दिन ही हजरत इब्राहिम ने अपने पुत्र इस्माइल को खुदा के लिए कुर्बान करने जा रहे थे मगर अल्लाह ने उनके पुत्र को जीवनदान दे दिया। बाद में इसी की याद में यह पर्व मनाया जाता है। अरबी में ‘बक़र’ का अर्थ है बड़ा जानवर जो जिबह किया (काटा) जाता है। ईद-ए-कुर्बां का मतलब है ‘बलिदान की भावना’ और ‘क़र्ब’ यानी की नजदीकी या बहुत पास रहने को कहते हैं जिसका मतलब होता है इस मौके पर इंसान भगवान के बहुत करीब हो जाता है।