प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान जगन्नाथ के लिए भेजी भोग सामग्री, जानें क्या-क्या भेजा पीएम मोदी ने
भगवान जगन्नाथ को भगवान विष्णु का 10वां अवतार माना जाता है, जो की 16 कलाओं से परिपूर्ण हैं। हमारे भारतीय पुराणों में जगन्नाथ धाम की महिमा का वर्णन किया गया है| इसे धरती का बैकुंठ भी माना जाता है। यह हिन्दू धर्म जगन्नाथ पुरी के चार पवित्र धाम बद्रीनाथ, द्वारिका, रामेश्वरम और जगन्नाथ पुरी में से एक माना जाता है।
यहां भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ विराजते हैं। इस धाम के बारे में मान्यता है कि श्रीकृष्ण, भगवान जगन्नाथ के रुप में है और उन्हें जगन्नाथ यानी संसार का नाथ कहा जाता है। इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ की प्रतिमा सबसे दाई तरफ स्थित है। बीच में उनकी बहन सुभद्रा की प्रतिमा है और दाई तरफ उनके बड़े भाई बलभद्र जी विराजते हैं।
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हर साल की तरह इस बार की भी जग्गनाथ यात्रा बड़े ही धूम-धाम से निकाली जा रही है| आज से पुरी में जग्गनाथ यात्रा शुरू हो चुकी है| हर साल की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर में पारंपरिक नैवेद्य सामग्री भेजी है| हम आपकी जानकारी के लिए बता दें की पिछले कई सालों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर को रथ यात्रा से पहले नैवेद्य सामग्री भेजते आ रहे हैं|
मंदिर के पुरोहित जी ने बताया कि हमेशा की तरह इस बार भी प्रधानमंत्री जी ने अपनी प्रतिबद्धता बनाए रखी है और उन्होंने अंकुरित मूंग, जामुन, अनार और आम भेजे हैं जो भगवान जगन्नाथ को चढ़ाए जाएंगे| इन्हीं सभी चीज़ों का भोग भगवान जगन्नाथ को लगाया जाएगा| हम आपको बता दें कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के समय ही पारंपरिक रूप से अंकुरित मूंग और जामुन का भोग लगाया जाता है| यह भगवान जग्गनाथ की 141वीं रथ यात्रा है|
यह रथयात्रा बड़ी ही कड़ी-सुरक्षा से निकाला जा रहा हैं| लोगों को शख्त हिदायत दी गयी हैं की रथ पर कोई ना चढ़ें| यदि रथ पर कोई चढ़ता है तो उसे अपराधी माना जाएगा और उसे रथयात्रा से बाहर निकाल दिया जाएगा| इस रथयात्रा के दौरान लाखो लोग शामिल होते हैं और सभी रथ को बड़े-बड़े रस्सों से खींचते हैं| मान्यता है की जो लोग रथ को खींचते हैं उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है और वो इस मोह भरी माया से छुटकारा पा जाता हैं|