बिना किसी सुनियोजित कार्यक्रम के ‘हुनर हाट’ पहुंचे पीएम मोदी, खाया बाटी-चोखा और खुद किया भुगतान
किसी भी देश का प्रधानमंत्री किसी भी स्थान पर जाता है तो उसका वह कार्यक्रम पहले से तय रहता है ताकि उसकी सुरक्षा व्यवस्था आदि सभी बातों का उचित प्रबंध किया जा असके मगर इन सभी बातों की परवाह किया बिना दुनिया के सबसे चर्चित राजनेताओं में से एक पीएम मोदी अचानक ही बिना किसी सुनियोजित कार्यक्रम के “हुनर हाट” पहुँच गए। इससे वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए। उनके पहुंचने की जानकारी पाते ही अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी तत्काल वहां पहुंचे और उनकी अगवानी भी की।
पीएम मोदी ने खाया बाटी-चोखा
वहां से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री ने ‘हुनर हाट’ में मौजूद एक स्टॉल पर ठहरकर लिट्टी-चोखा का स्वाद भी खाया और सबसे ख़ास बात तो ये रही की इसके लिए उन्होंने 120 रुपये का भुगतान भी किया। इसके साथ ही उन्होंने दो कुल्हड़ चाय भी पी जिसमें से एक उन्होंने स्वयं ली और दूसरी चाय नकवी को दी। आपको यह जानकर हैरानी होगी प्रधानमंत्री मोदी ने चाय के लिए भी 40 रुपये का भुगतान खुद ही किया।
बताते चलें कि पीएम मोदी दिन में करीब डेढ़ बजे इंडिया गेट के निकट राजपथ पर लगे ‘हुनर हाट’ में पहुंचे और वहां लगभग 50 मिनट तक रहे। मोदी ने विभिन्न स्टॉल पर जाकर उत्पादों को देखा और उनके बारे में जानकारी ली। यह पहला मौका था जब प्रधानमंत्री किसी हुनर हाट में पहुंचे हैं। गौरतलब है कि “कौशल को काम” थीम पर आधारित यह ‘हुनर हाट” 13 फरवरी से 23 फरवरी 2020 तक आयोजित किया गया है जहां देश भर के “हुनर के उस्ताद” दस्तकार, शिल्पकार, खानसामे भाग ले रहे हैं । इनमे 50 प्रतिशत से अधिक महिला दस्तकार शामिल हैं।
हुनर को बढ़ावा देने के लिए ‘हुनर हाट’
नकवी के अनुसार पिछले लगभग तीन वर्षों में “हुनर हाट” के माध्यम से लगभग तीन लाख दस्तकारों, शिल्पकारों, खानसामों को रोजगार और रोजगार के मौके उपलब्ध कराये गए हैं। इनमे बड़ी संख्या में देश भर की महिला दस्तकार भी शामिल हैं। इससे पहले दिल्ली, मुंबई, प्रयागराज, लखनऊ, जयपुर, अहमदाबाद, हैदराबाद, पुडुचेरी, इंदौर आदि स्थानों पर “हुनर हाट” आयोजित किए जा चुके हैं। अगले “हुनर हाट” का आयोजन रांची में 29 फरवरी से 8 मार्च, 2020 तक और फिर चंडीगढ़ में 13 मार्च से 22 मार्च, 2020 तक किया जाएगा।