डिलीवरी कराने के दौरान ही डॉक्टर की लापरवाही से कट गया नवजात का गला, उसके बाद हुआ ऐसा
इस दुनिया में डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप माना जाता हैं और कहा जाता हैं की भगवान के बाद अगर कोई जिंदगी दे सकता हैं तो वह डॉक्टर परंतु यदि भगवान के रूप डॉक्टर लापरवाही कर बैठे तो फिर आम इंसान का क्या होगा? ऐसे ही डॉक्टर के लापरवाही का एक केस आया हैं| यह केस सुल्तानपुर जिला अस्पताल की हैं जहां एक डॉक्टर की लापरवाही से एक नवजात की दुनिया में आने से पहले ही मौत हो गई। बताया जा रहा हैं की प्रसव के दौरान ऑपरेशन के औजार से नवजात की गर्दन कट गई और उसने उसी समय तड़पकर दम तोड़ दिया।
भारी पड़ी डॉक्टर की लापरवाही
इस घटना से भड़के घर वालो ने आरोपी डॉक्टर की पिटाई कर दी। पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस जांच में जुट गयी है। बालमपुर के निवासी सुनील सोनी ने आरोप लगाया है कि मंगलवार की शाम को उनकी पत्नी कुसुम को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो वह उसे लेकर जिला महिला चिकित्सालय पहुँच गए। यहां पर पहले नार्मल डिलीवरी के लिए नर्स कुसुम को लेबर रूम में ले गई और कुछ ही देर के बाद नर्स ने नार्मल डिलीवरी न होने की बात कही। नर्स ने परिवार वालो से कहा की डिलिवरी के लिए तत्काल ऑपरेशन करना होगा|
सुनील ने बताया कि पहले कुसुम को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया| जहां पर डॉ. आर के भट्ट से ऑपरेशन के दौरान एक बड़ी लापरवाही हो गयी| उनकी लापरवाही से नवजात की गर्दन कट गई। इससे बच्चे की तुरंत मौत हो गई। सुनील ने बताया कि डॉक्टर ने अपनी गलती ना मानते हुये इसी तरह बच्चे के जन्म होने की बात कहीं और उसका तुरंत अंतिम संस्कार करने को कहा परंतु डॉक्टर के इस व्यवहार से परिवार के लोग मामले को भांप गए। और उन्होने हॉस्पिटल में हंगामा शुरू कर दिया। बुधवार की सुबह परिवार समेत वहां मौजूद अन्य लोगों की पहले डॉक्टर भट्ट से तीखी झड़प हुई।
पीड़ित परिवार के लोगों ने डॉ. आर के भट्ट के खिलाफ कोतवाली में शिकायत दर्ज करवा दी है। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। उधर, अस्पताल की सीएमएस डॉ. उर्मिला ने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। नगर कोतवाल स्याम सुन्दर पाण्डेय ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई किया जाएगा। इस घटना से साफ जाहीर होता हैं की डॉक्टर की एक छोटी लापरवाही से किसी इंसान की जान भी जा सकती हैं|