ये हैं भारत के 5 सबसे महंगे वकील, जानें कौन है पहले नंबर पर ?
किसी मामले में कानूनी दाव पेच दिखाने के लिए वकील अपनी काबलीयत के दम पर दाव पेच चलाते हैं। केस का रुख अपने पक्ष में करने के लिए एक से बढ़कर एक दाव चले चले जाते हैं। लेकिन इन दांव पेच को चलने के लिए एक वकील कितनी फीस लेता है यह बात पता है आपको? अगर नहीं तो आज हम आपको बताएंगे देश के कुछ सुप्रीम कोर्ट के जाने माने वकील और उनकी एक बार की फीस के बारे में।
राम जेठमलानी – 95 साल के राम जेठमलानी सबसे महंगे वकील है। यह प्रति हियरिंग के 25 लाख रुपए लेते हैं। मतलब कोर्ट में एक बार आने का जेठमलानी जी 25 लाख लेते हैं।
हरीश साल्वे – जेठमलानी के बाद दूसरे नंबर पर आते हैं हरीश साल्वे। साल्वे साल 1999 से लेकर 2002 के बीच केंद्र सरकार में सॉलिसिटर जनरल भी रहे हैं। वह हर केस की सुनवाई के लिए 6–15 लाख रुपए लेते हैं।
फली नरीमन – फली नरीमन पांच मिनट की बहस के लिए 2.5 से 3 लाख रुपए तक लेते हैं जबकि सुनवाई के लिए 8–15 लाख रुपए लेते हैं। यह ज्यादातर राजनीतिक दलों और बिजनेस फर्म के लिए केस लड़ते हैं।
सोली जे सोराबजी – भारतीय पूर्व अटार्नी जनरल और प्रख्यात वकील सोली जे सोराबजी ने भारत के लिए कई अतंरराष्ट्रीय मुकदमें जीते हैं। सोराबजी हर सुनवाई के लिए 10 से 15 लाख रुपए लेते हैं।
के पराशरण – के पराशरण जटिल संवैधानिक मुद्दों को वह बेहद ही सरलता से सुलझा लेते हैं। पराशरण प्रति सुनवाई के लिए 8 से 12 लाख रुपए फीस लेते हैं।
लेकिन आपको बता दें कि हाईकोर्ट के वकील औसतन फीस 15–35% लेते हैं। इसे इस तरह से समझिए, अगर आप के ऊपर 5 लाख की धोखाधड़ी का केस दर्ज है तो डिस्टिक कोर्ट के अच्छे वकील एक सुनवाई के 500–1500 और अधिक से अधिक एक लाख रुपये लेंगे।