हाई ब्लड प्रेशर वाले भूल से भी न करें मुलेठी की चाय का सेवन
आयुर्वैदिक और हर्बल प्रोडक्ट्स का सेवन करना और उससे होने वाले शारीरिक फायदे के बारे में सभी बताते हैं। लेकिन यह कोई नहीं बताता कि आयुर्वैदिक चीज़ो का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से स्वास्थय पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है। वैसे प्रॉडक्ट्स जिसमें मुलेठी की जड़ का इस्तेमाल किया जाता है उसके सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है जिससे सिरदर्द और सीने में दर्द की दिक्कत भी हो सकती है। शोधकर्ताओं का दावा है कि मुलेठी की की जड़ से बनी चाय जो कि एक लोकप्रिय हर्बल चाय है उसक रोज़ सेवन उच्च रक्तचाप और कम पोटेशियम के स्तर जैसे स्वास्थ्य जोखिम हो सकते है।
हाल ही में हुए कैनेडियन मेडिकल एसोसिएशन के द्वारा किये गए एक शोध के अनुसार,”कुछ हर्बल उत्पादों की अत्यधिक मात्रा में हानिकारक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। मुलेठी की जड़ से बनने वाले उत्पादों से रक्तचाप बढ़ सकता है जिससे सिरदर्द और सीने में दर्द हो सकता है। मुलेठी की जड़ के अर्क वाले उत्पाद रक्तचाप बढ़ा सकते हैं, पानी की कमी का कारण बन सकते हैं और अधिक मात्रा में सेवन करने पर पोटेशियम का स्तर भी कम कर सकते हैं। ”
मुलेठी की जड़ से बानी चाय पीने से उच्च रक्त चाप की एक घटना आयी सामने:
शोधकर्ताओं के मुताबिक, कनाडा के 84 वर्षीय निवासी को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हुयी तो उससे तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। अध्ययन में पता चला कि उनका रक्तचाप गंभीर रूप से बढ़ा हुआ था, और वह गंभीर सिरदर्द, हल्की संवेदनशीलता, सीने में दर्द, थकान और द्रव प्रतिधारण से पीड़ित थे। अस्पताल में भर्ती और उपचार के बाद, मरीज ने चिकित्सकों को बताया कि वह घर में बनी मुलेठी की चाय का सेवन 1-2 गिलास रोज़ाना कर रहा था।
मुलेठी की चाय मध्य पूर्व और यूरोप के कुछ हिस्सों में लोकप्रिय है, और अर्क सूस रमजान के दौरान मिस्र में विशेष रूप से लोकप्रिय है। चिकित्सकों को उच्च रक्तचाप वाले रोगियों को मुलेठी की जड़ का कम सेवन के लिए सुझाव देने चाहिए जिससे कि किसी आकस्मिक समस्या से बचा जा सके।