मोदी 2.0 में शपथ लेने आए इस नए कैबिनेट मंत्री के आगमन से गूंज उठा राष्ट्रपति भवन, बजीं सबसे ज्यादा तालियां
30 मई की शाम को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार भारत का प्रधानमंत्री बनने की शपथ ली। नरेंद्र मोदी के साथ उनके मंत्रिमंडल ने भी राष्ट्रपति और वहां मौजूद लगभग 8000 मेहमानो के सामने मंत्रिपद की शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में देश विदेश के राजनेता और बड़ी हस्तियां आयी थीं, सभी की इस बार मोदी द्वारा चुने गए कैबिनेट मिनिस्टर्स पर नज़रें थी।
मोदी को लोकसभा चुनावों में इतना बड़ा बहुमत मिलने से उनके ऊपर अब ज़िम्मेदारी और बढ़ गयी हैं। इसलिए इस बार मंत्रिमंडल में बड़े बदलाव किये गए हैं। वहीं मोदी के कैबिनेट के सभी मंत्रियों के बीच एक ऐसा व्यक्ति भी था जिसके शपथ ग्रहण के समय राष्ट्रपति भवन का फोरकोर्ट तालियों की आवाज़ से गूंज उठा।
हम बात कर रहे हैं जो कि प्रताप चंद्र सारंगी की। सारंगी बीजेपी के टिकट पर ओडिशा के बालासोर की लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बने हैं । 64 वर्षीय प्रताप चंद्र सारंगी मंत्रिपद की शपथ लेने वाले 64वें व्यक्ति थे। वह जब अपनी शपथ लेने के लिए खड़े हुए तो सभी ने तालियों के साथ उनका अभिनन्दन किया। शपथ लेने के बाद वह राष्ट्रपति से जाकर मिले और मोदी ने भी सिर झुका कर उनको नमन किया।
कौन है प्रताप चंद्र सारंगी:
सारंगी को उनकी सादगी के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि सारंगी ने कभी साधु बनना चाहते थे और एकांत जीवन बिताना चाहते थे लेकिन उनका समाज के प्रति समर्पण और जनसेवा का भाव उनको राजनीति में ले आया। सारंगी लंबे समय तक आरएसएस से जुड़े रहे हैं। उन्हें अब लोग ओडिशा के मोदी’ के नाम से जानते हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रताप ओडिशा की बालासोर लोकसभा सीट से बीजेडी के रबिन्द्र कुमार जेना को 12,956 वोटों से हराकर विजयी बने। इससे पहले वह ओडिशा के नीलगिरी विधानसभा से 2004 व 2009 में वह जीत हासिल कर चुके हैं।
लोकसभा चुनाव में उनका प्रचार करने का अंदाज़ बाकी नेताओं से बिलकुल अलग था। उन्होंने अपनी सादगी से लोगो का दिल जीत लिया। चुनावी प्रचार के दौरान एक ओर जहां बड़े-बड़े नेता बड़ी-बड़ी गाड़ियों और एसी में बैठकर चुनाव प्रचार कर रहे थे। वहीं सारंगी ने अपने चुनावी कैंपेन में ऑटोरिक्शा में घूम-घूमकर प्रचार किया। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, सारंगी ने अपने चुनाव प्रचार में बिल्कुल खर्च नहीं किया। देखने में भी वह बिलकुल साधारण व्यक्ति की तरह लगते है।
कितनी है संपत्ति:
उनके चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उनके पास 15,000 रुपये नकद हैं। उनकी चल संपत्ति 1.5 लाख रुपये और अचल संपत्ति कुल 15 लाख रुपये है। 2019 में लोकसभा उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 4 करोड़ रुपये रही और यह देखते हुए आप कह सकते हैं कि सारंगी के पास बहुत कम संपत्ति है।
विवाद से भी जुड़ा है प्रताप चंद्र सारंगी का नाम:
सारंगी के नामांकन पत्र से यह भी पता चलता है कि वह सात लंबित आपराधिक मामलों में फंसे हुए हैं जिनमे आपराधिक धमकी, दंगा करने, धर्म के आधार पर समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और दूसरों से जबरन वसूली आदि शामिल हैं। इनमें से कई मामले ओडिशा में बीजेपी-बीजेडी गठबंधन सरकार के दौरान दर्ज किए गए थे। मार्च 2002 में, ओडिशा पुलिस ने उन्हें दंगा, आगजनी, हमला और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। उस समय सारंगी बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे।