Holika Dehan: होली की राख घर लाना शुभ है या अशुभ? होली की राख कैसे बदल सकती है किस्मत
जैसेकि हम सब जानते है कि होली रंगो का पर्व हैं, होली के दिन हर जगह गुलाल-अबीर उड़ता हुआ दिखाई देता हैं। इस वर्ष होली का त्यौहार 10 मार्च को हैं और होली से 1 दिन पहले होलिका दहन किया जाता हैं, होलिका दहन के दिन दोपहर में होलिका की पूजा की जाती है और शाम को शुभ मुहुर्त में होलिका का दहन कर दिया जाता है। होलिका दहन के समय कई लोग होलिका की अग्नि में जौ को भूनते है और कई लोग होली की राख और अग्नि को अपने घर ले जाते है पर क्या घर पर होलिका की राख और अग्नि ले जाना शुभ होता है, चलिये जानते है।
देखें विडियो : होली की राख भी बना सकती है आपको मालामाल, बस अपनाएं ये अचूक टोटके
होली की राख
अगर ज्योतिष शास्त्र की बात मानी जाये तो होली की राख काफी पवित्र होती है, यहां तक कि शिवलिंग पर भी होली की राख अर्पण की जाती हैं। यह भी कहा जाता है कि होलिका दहन की राख में कई देवी-देवताओं का आशिर्वाद होता है इसलिए अगर इस राख को आप अपने माथे पर लगा सकते है और ऐसा करने से आपके भाग्य का सितारा चमक सकता हैं।
होलिका की भस्म का महत्व
अगर आपके शरीर में किसी तरह के दूषित तत्व हैं या आपको किसी तरह का चर्म रोग हैं तो ऐसे में होलिका भस्म का लेप शरीर पर लगाने से आप किसी भी तरह के चर्म रोग से मुक्त हो जाएंगे।
अपने घर मे खुशियां लाने के लिए और अशुभ शक्तियों को अपने घर से दूर रखने के लिए होलिका दहन की अग्नि या उसकी राख को अगले दिन अपने घर जरूर लेकर आये, ऐसा करने से घर मे खुशियों का आगमन हो जाता हैं और घर से अशुभ शक्तियां भी दूर हो जाती हैं।
यह भी पढ़ें : शास्त्रों के अनुसार शनिदेव ने बताया है वो राज, क्यों अमीर लोग भी हो जाते है गरीब
अगर आपकी कुंडली मे किसी प्रकार का ग्रह दोष है तो होलिका की राख को जल में मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाने से ग्रह दोष दूर होता हैं यहां तक कि शनि और राहु ग्रह दोष भी दूर हो जाता हैं।
अगर आप पर किसी ने कोई जादू-टोना करा रखा हो या किसी उपरी हवा का चक्कर हो तो होलिका की राख को ताबीज में बंद करके अपने गले मे पहनने से जादू-टोटके का असर खत्म हो जाता है।
इसलिए होलिका दहन की राख को होलिका दहन के अगले दिन अपने घर अवश्य लेकर आये जिससे आपके घर में खुशहाली आये, किसी की बुरी नजर का कोई असर ना हो, आपकी कुडंली में कोई ग्रह दोष ना रहे, इसी शुभ कामना के साथ हम आपको होली के इस पावन पर्व की बधाई भी देते हैं।