बदल रही काशी विश्वनाथ मंदिर की व्यवस्था, इस बार सावन में भक्तों को मिलेंगी ये खास सुविधाएं
27 जुलाई से सावन के पवित्र महीने की शुरुआत होने वाली हैं| सावन का पहला सोमवार 28 जुलाई को पड़ेगा। सावन के महीने में भगवान शिव को जल चढ़ाने आने वाले कावड़ियों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार हैं| सावन के महीने में बाबा विश्वनाथ की नगरी में उमड़ने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए वाराणसी प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है।
यहाँ के एक अधिकारी ने कहा कि हर साल बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु बनारस आते हैं। इन श्रद्धालूओं की अपार श्रद्धा और भीड़ को देखते हुए हमने और मंदिर प्रशासन ने मंत्रणा कर श्रद्धालुओं को ऐसी सुविधाएं देने की तैयारी की है जो हर वर्ष से ज्यादा अच्छा होगा और यह हर वर्ष के मुक़ाबले ज्यादा सुविधा जनक होगा|
अधिकारी ने बताया कि हम लोगों ने कुछ चीजों पर कार्य अभी से पूरा कर लिया है और कुछ चीजों पर कार्य अभी भी चल रहा है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जायेगा। इसके अलावा अधिकारी ने बताया कि लाइनों में लगने वाले श्रद्धालुओं को इस बार पीने के लिए साफ़ पानी तथा एयर कूलर की सुविधा प्रदान की जाएगी और इस साल शौचालयों की भी व्यवस्था की जा रही है जिसमे पुरुष और महिला दोनों को इसका लाभ मिलेगा। प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं को आराम करने के लिए इस बार होल्डिंग एरिया बनाया जा रह है ताकि श्रद्धालू उसमें आराम कर सकें।
होल्डिंग एरिया में पहला काशी विश्वनाथ मंदिर के छात्ताद्वर के पास जबकि दूसरा मंदिर के पीछे बन रहा है। इसके साथ ही सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद लेने में भी कोई समस्या नहीं होगी| बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए मंदिर के गर्भगृह में काफी धक्का-मुक्की होती है| जिसकी वजह से अक्सर अव्यवस्था उत्पन्न हो जाती है। इसलिए लोगों को बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने में काफी तकलीफ उठानी पड़ती है।
इसको ध्यान में रखते हुये प्रशासन मंदिर के अंदर क्यू मैनेजमेंट की व्यवस्था कर सकती है, जिसको अभी सिक्योरिटी फोर्सेज और मंदिर प्रशासन के साथ चर्चा करके पूरा किया जायेगा। इस व्यवस्था में लोगों को एक तरफ से अंदर भेज के दूसरी तरफ से निकाला जायेगा, ताकि श्रद्धालु बड़े आराम से बाबा को जल चढ़ा के दर्शन करके जाएं| इस बार दिव्यांग श्र्द्धालुओं के लिए खास व्यवस्था की गयी हैं|
दरअसल मंदिर में दर्शन के लिए दिव्यांग असमर्थ हो जाते हैं क्योंकि वहां पर किसी भी प्रकार का लोहा नहीं ले जाया जा सकता है। ऐसे में प्रशासन ने दिव्यांगों के लिए रैम्प वाला रास्ता तैयार किया रहा है ताकि किसी भी दिव्यांग को दर्शन करने में किसी भी प्रकार कि समस्या ना उठानी पड़े। इस बार वीआईपीयों श्र्द्धालुओं के लिए भी खास व्यवस्था की गयी हैं| वीआईपी लोगों को सामान्य भीड़ से तकलीफ ना हो इसके लिए उनके लिए अलग मार्ग का प्रबंध किया जा रहा है।