2 मार्च होली पर चुपचाप पीपल के निचे रख दे ये एक चीज़, पैसा और भाग्य दोनों आपके कदमो में होगा
ज्योतिष शास्त्र में शिवरात्रि, होली, दीपावली, जन्माष्टमी आदि का बहुत महत्व है ।होली का त्यौहार आने वाला है होली का पर्व साल में एक बार ही आता है मान्यता है कि इस दिन किये गए उपाय शीघ्र ही फल देते है । रंगों के त्यौहार’ के तौर पर मशहूर होली फाल्गुन महीने में पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। तेज संगीत और ढोल के बीच एक दूसरे पर रंग और पानी फेंका जाता है। भारत के अन्य त्यौहारों की तरह होली भी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
प्राचीन पौराणिक कथा के अनुसार होली से हिरण्यकश्यप की कहानी जुड़ी है।यहाँ पर हम आपको कुछ खास टोटके बता रहे है जिनको करके आप अपने जीवन की सभी परेशानियों को दूर करते हुए जीवन को धन, हर्ष और ऐश्वर्य से भर सकते है।
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होली के एक दिन पहले होलिका जलाई जाती है और होलिका दहन की रात को दीपावली, नवरात्र और शिवरात्रि के समान महत्व दिया गया है। शास्त्रों में इसे वर्ष की चार महारात्रियों में से एक बताया गया है। यह ऐसी रातें हैं जब आप अपने सोये हुए भाग्य को जगा सकते हैं।ज्योतिष एवं धार्मिक मामलों के विशेषज्ञ पण्डित जयगोविंद शास्त्री का कहना है कि इस रात में साधना करने से अन्य दिनों की अपेक्षा शीघ्रता से फल प्राप्त होता है।
होलिका दहन की रात वैदिक विधि विधान के अनुसार कुछ उपाय किए जाए तो रोग एवं आर्थिक परेशानी के साथ ही कई अन्य तरह की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।आज हम आप को एक उपाय बताने जे रहे है जो की आपकी सारी परेशानिया दूर कर देगा|
इस उपाय को करने के लिए आपको होली वाले दिन सुबह से उपवास करना होगा आप चाहे तो फलाहार कर सकते है लेकिन अन्न का सेवन भूल से भी ना करें इसके बाद जैसे ही दिन ढल जाये और थोडा सा अँधेरा होने लगे आपको एक लाल कपडे का टुकड़ा, कपूर, अगरबत्ती, सिन्दूर और घी-बत्ती लेकर अपने घर के अगल बगल लगे हुए पीपल के पेड़ के पास जाये और वहन जाकर