वाराणसी: फिर बदल गया गंगा आरती का स्थान, खतरे के निशान पर है गंगा
बारिश का यह मौसम कहीं राहत दे रहा है तो कहीं विपदा का कारण भी बन रहा है। बहुत सी जगहों पर मानसून लोगों को इस चिलचिलाती गर्मी में सुकून दे रहा है और बहुत सी जगहों पर बाढ़ का कारण भी बन रहा है और इसके चलते वाराणसी भी लगभग इसी के घेरे में आता दिखाई दे रहा है। दरअसल तेज बारिश की वजह से वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ता जा रहा है जो कि एक सही संकेत नहीं हैं। गंगा में बढ़ते पानी से बहुत सही चीजों में बदलाव किये गए हैं जिनमें गंगा आरती भी शामिल है। वाराणसी में बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए गंगा आरती का स्थान बदल दिया गया है और अब यह महाआरती दूसरे स्थान पर की जाएगी।
बता दें कि दशाश्वमेध घाट पर होने वाली मां गंगा आरती को जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण इसकी जगह बदल दी गयी है और अब गंगा सेवा निधि कार्यालय की छत पर मां गंगा की आरती की जाएगी। इस साल में ही पांच बार गंगा आरती का स्थान बदला जा चूका है। गंगा सेवा निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा ने इस गंगा आरती के साथ के बदले जाने पर बताया कि ‘गंगा का जलस्तर इतना तेजी से बढ़ रहा है कि घाट पर गंगा आरती हो पाना संभव नहीं है इसलिए यह इस वर्ष पांचवी बार गंगा आरती का स्थल बदलना पड़ा और अब इसे गंगा सेवा निधि कार्यालय के ऊपर के छत पर किया जा रहा है।’
बढ़ते जलस्तर ने लोगों की मुसीबतें और बढ़ा दी हैं जिसको मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने नाविकों और गंगा किनारे रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने को कहा है। इसी के साथ पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जो यहां इस गंगा आरती को देखने के लिए दूर-दूर से आते हैं। गंगा के जलस्तर में उतार चढ़ाव देखने को मिले जिसके चलते पिछले 24 घंटे में पांच सेंटीमीटर कम हुआ था। बताया जा रहा है कि प्रयागराज में गंगा का जलस्तर अभी भी बढ़ रहा है, जिससे एक दो दिन में फिर से गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की आशंका जताई जा रही है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर शुक्रवार की शाम पांच बजे 65.30 मीटर था, वहीं शनिवार को यह जलस्तर 65.25 मीटर पर आ गया। इन दिनों गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर कम हुआ है।