पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत हुई बेहद नाजुक, पीएम मोदी समेत अन्य राजनेता पहुंचे AIIMS
जय जवान जय किसान में “जय विज्ञान” का नारा जोड़ने वाले युग पुरुष तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का स्वास्थ्य काफी ज्यादा गंभीर होने की खबरों के बीच बुधवार की देर शाम को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स पहुंच गए थे। एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे और उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के सेहत से जुड़ी जानकारी दी।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें की एम्स की तरफ से मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की हालत पिछले 24 घंटों में काफी ज्यादा बिगड़ गयी है, फिलहाल वह अभी लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर हैं। एम्स के अनुभवी डॉक्टरों की टीम उनकी सेहत पर नजर बनाए हुए है। आपको बता दें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी को गुर्दा (किडनी) नली में संक्रमण, छाती में जकड़न, मूत्रनली में संक्रमण जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के बाद पिछले 9 सप्ताह से यानी की 11 जून से ही AIIMS में भर्ती कराया गया है।
बता दें की पीएम मोदी के अलावा रेल मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी भी वाजपेयी का कुशक्षेम जानने अस्पताल पहुंचे थे। रात में केन्द्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, जितेन्द्र सिंह, हर्षवर्द्धन और शाहनवाज हुसैन सहित कई नेता और मंत्री अस्तपाल गये थे। इससे पहले केन्द्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी भी वाजपेयी का हाल जानने अस्पताल गयी थीं।
आपको बताते चलें की भाजपा के संस्थापकों में शामिल वाजपेयी जी 3 बार देश के प्रधानमंत्री रह चूकें हैं और तो और वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री रहे हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। वाजपेयी जी की स्वास्थ्य की खबर सुनकर देशभर में लोग उनके स्वास्थ्य की दुआ मांग रहे है। कोई नही चाहता की यह देश ऐसे महान व्यक्ति को खो दे जिसके लिए लोग अलग अलग प्रान्तों में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी जी के लिए हवन-पूजन भी कर रहे है।
देखा जाए तो भारतीय राजनीति में अटल-आडवाणी की जोड़ी सुपरहिट साबित हुई है और इन्होने साथ मिलकर भाजपा की स्थापना भी की थी और उसे सत्ता के शिखर पर पहुंचाया। अटल बिहारी देश के उन चुनिन्दा राजनेताओं में से हैं जिन्हें दूरदर्शी माना जाता है। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में ऐसे कई फैसले लिए जिसने देश और उनके खुदके राजनीतिक छवि को काफी मजबूती दी।