फेसबुक डाटा लीक मामले में जुकरबर्ग ने मानी अपनी गलती, कहा- करने होंगे कई बड़े बदलाव
अभी हाल ही में बहुप्रचिलित सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर डाटा लीक होने का आरोप लगा था फेसबुक यूजर्स के डेटा लीक मामले में आखिरकार मार्क जुकरबर्ग ने अपनी गलती मान ली है।उन्होंने खुद अपनी गलती को मानते हुए कहा कि, सभी फेसबुक यूजर के डाटा को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी हमारी थी लेकिन हमारा डाटा लीक हो गया।
यह भी पढ़े : इन 5 वजहों से होती है न्यूरो एंडोक्राइन ट्यूमर, इरफान खान को भी हुई है यही गंभीर बीमारी
डेटा लीक मामले में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए सफाई दी है।साथ ही उन्होंने कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी ने इस मामले में अभी तक कई कदम उठाए हैं और आगे भी कड़े कदम उठा सकती है। जुकरबर्ग ने कैम्ब्रिज एनालिटिका के मामले में अपनी गलती को कबूला है।
दरअसल, फेसबुक को आलोचना का सामना इसलिए करना पड़ रहा है, क्योंकि एक ब्रिटिश कन्सल्टिंग कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका (Cambridge Analytica) पर आरोप लगा है कि उसने पांच करोड़ फेसबुक यूज़रों का डेटा बिना अनुमति के जमा किए और उस डेटा का इस्तेमाल राजनेताओं की मदद करने के लिए किया, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी कैंपेन तथा ब्रेक्ज़िट आंदोलन शामिल हैं।
क्या है कैंब्रिज एनालिटिका-
कैंब्रिज एनालिटिका एक निजी कंपनी है, जो डेटा माइनिंग और डेटा एनालिसिस का काम करती है।इसी कंपनी के सहारे लंदन की ये कंपनी चुनावी रणनीति तैयार करने में राजनीतिक पार्टियों की मदद करती है।
क्या है मामला ?
एक ब्रिटिश परामर्शदाता कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के आरोपों के बाद फेसबुक भारी मुश्किलों का सामना कर रहा है। कैंब्रिज एनालिटिका ने फेसबुक पर पांच करोड़ फेसबुक उपभोक्ताओं के डेटा का इस्तेमाल बिना उनकी अनुमति के राजनेताओं के लिए करने का आरोप लगाया है। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व ब्रेक्सिट प्रचार अभियान भी शामिल हैं। ब्रिटिश सांसदों ने जुकरबर्ग को पहले की सुनवाई में समिति को गुमराह करने के बाद मौखिक गवाही देने के लिए बुलाया है