अगर आपको भी नहीं मिल पा रहा है हनुमान चालीसा पाठ का लाभ, तुरंत सुधारें अपनी गलती
हनुमान चालीसा का पाठ अक्सर आपने देखा होगा की जब लोगों को डर लगता हैं तो लोग हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं| परंतु हनुमान चालीसा का पाठ आप कभी भी और कहीं भी कर सकते हैं परंतु हनुमान चालीसा का पाठ करते वक्त कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए| हम लोग तो हनुमान चालीसा का पाठ तो करते हैं पर उसका लाभ हमें नहीं मिलता हैं तो हम निराश हो जाते हैं की आखिर हमें उसका फल क्यों नहीं मिल रहा हैं|
हनुमान चालीसा तो सभी के घरों में होता हैं। लेकिन जब आपको बहुत दिनों तक हनुमान चालीसा पढ़ते रहने के बावजूद कोई खास लाभ नहीं मिल रहा हो तो आपको समझ जाना चाहिए की आप कहीं ना कहीं कुछ गलती कर रहें हैं| आइए जानते हैं की आखिर वो कौन सी गलती हैं……
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इन नियमों का करें पालन
हनुमान चालीसा के बारे में हम सभी जानते हैं| कुछ लोगों को तो यह पूरी तरह से याद होता हैं| अक्सर आपने देखा होगा की हनुमान चालीसा पढ़ने के बावजूद कुछ लोगों को उनकी हर समस्या का समाधान नहीं मिलता| आप जब भी हनुमान चालीसा का पाठ करे उससे पहले पूरी तरह से साफ यानि धूले हुए कपड़े पहने और स्नान कर लें।
इस तरह करें हनुमान चालीसा का पाठ
(1) जब भी आप हनुमान चालीसा का पाठ करें उससे पहले स्नान कर ले उसके बाद स्वच्छ कपड़े पहन ले|
(2) जब भी आप हनुमान चालीसा का पाठ करे तो हमेशा लाल रंग के आसन पर बैठ कर ही करे| अगर यह आसन ऊनी हो तो और ज्यादा अच्छा है।
(3) हनुमान चालीसा में हनुमान जी को चढ़ाये जाने वाले प्रसाद में गुड़ और चने हो या आप बुंदिया चूरमा भी चढ़ा सकते हैं| इसके साथ ही इसमें तुलसी के पत्ते जरूर होने चाहिए।
(4) जब भी आप हनुमान चालीसा का पाठ करें उससे पहले खुद नहा लें और स्वच्छ कपड़े पहने| स्वयं नहाने के बाद आप हनुमान जी को भी स्नान करा दीजिए।
(5) पाठ हमेशा शनिवार या मंगलवार को ही शुरु करें और लगातार 40 दिनों तक करते रहे। इसके अतिरिक्त हर शनिवार और मंगलवार को अगले 11 शनिवार और अगले 11 मंगलवार तक एक दिन में 21 बार पाठ करें|
(6) पाठ शुरू करने से पहले हनुमान जी की मूर्ति पर चमेली के तेल और सिंदूर से श्रृंगार करे और उन्हें जनेऊ पहनाएं।
(7) कोई भी पुजा शुरू करने से पहले हमेशा गणेश जी पुजा होती हैं तो सबसे पहले गणेश जी का स्मरण करें। इसके बाद आप अपने कुलदेवी और कुलदेवता को याद करते हुए पारिवारिक देवता यानी पितृ देवता का स्मरण करें। उसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें|
(8) हनुमान जी भगवान राम जी के भक्त हैं| इसलिए मान्यता हैं की अगर हनुमान जी को प्रसन्न करना है तो सबसे पहले उनके प्रभु राम को प्रसन्न करना चाहिए| इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले भगवान राम का नाम लें।
(9) इन सब क्रियाओं को करने के बाद हनुमान जी का स्मरण करे फिर हनुमान चालीसा का पाठ प्रारंभ करें।