एकादशी के दिन भूल से भी न करने चाहिए ये काम, बन सकते हैं पाप के भागी
हमारें हिन्दू धर्म मे हर तिथि का अपना ही विशेष महत्व होता हैं इसी प्रकार सनातन धर्म में एकादशी को काफी शुभ फल देने वाला माना जाता हैं एकादशी प्रत्येक महीने में दो बार आती हैं यानी कुल मिलाकर वर्ष में 24 बार। एकादशी के दिन भगवान श्री विष्णु की पूजा करने का विशेष विधान हैं, बहुत से लोग कुछ एकादशी की तिथि पर व्रत रखते हैं जबकि बहुत से लोग हर एकादशी पर व्रत रखते हैं।
शास्त्रों में एकादशी के दिन कुछ चीजों का प्रयोग वर्जित माना गया हैं कहां गया हैं कि एकादशी के दिन इन चीजों को करने से व्यक्ति को पाप की प्राप्ति होती हैं, आज हम आपको ऐसे 13 कार्य बताने जा रहे हैं जिनको एकादशी के दिन नहीं करना चाहिए।
एकादशी के दिन करें उपाय
नमक, चावल, तेल और अन्न के इस्तेमाल से बचें
इस दिन व्रत करने वाले लोगों को एकादशी के दिन नमक, चावल, तेल और अन्न से परहेज करना चाहिए, इन चीजों का सेवन एकादशी के दिन व्रतधारी व्यक्ति के लिए पूर्ण वर्जित हैं।
मांस का सेवन
एकादशी के दिन मांस का भक्षण नहीं करना चहिए, ऐसा करने से आप पाप के भागीदार बन जाते हैं।
मसूर की दाल से बचें
शास्त्रों में एकादशी के दिन मसूर की दाल को खाना पाप को निमंत्रण देने के समान कहा गया हैं, इसलिए भूल कर भी एकादशी पर मसूर की दाल ना खाएं।
चने का शाक
इस दिन चने के शाक से भी दूरी बना कर रखनी चाहिए।
कोदों का शाक
चने के शाक के अलावा इस दिन कोदों का शाक भी ग्रहण नहीं करना चाहिए।
शहद (मधु)
एकादशी के दिन शहद के सेवन को भी पूर्ण वर्जित माना गया हैं इसलिए इस दिन भुलकर भी शहद का इस्तेमाल ना करें।
दूसरे का अन्न
जो लोग एकादशी व्रत रखते हैं उन्हें तो वैसे भी इस दिन अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए लेकिन जो व्यक्ति एकादशी व्रत नही रखते हैं उन्हें भी किसी और के घर का अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए।
दूसरी बार भोजन
शास्त्रों में ये भी बताया गया हैं कि एकादशी के दिन भोजन केवल एक बार ही करना चाहिए इसलिए इस दिन दूसरी बार भोजन ना करें।
ब्रह्मचर्य का पालन
एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और किसी भी स्त्री प्रसंग में शामिल नहीं होना चाहिए।
जुआ ना खेलें
एकादशी पर जुआ भी नहीं खेलना चाहिए।
क्रोध से बचें
इस दिन व्यक्ति को बिल्कुल भी क्रोध नहीं करना चाहिए।
कांसे के बर्तन में भोजन
एकादशी पर कांसे के बर्तन में भोजन नहीं करना चाहिए।
अन्य वर्जित कार्य
ऊपर बताए कार्यों के अलावा एकादशी के दिन पान और दातुन के सेवन से बचें, इनके अलावा किसी की भी बुराई नहीं करनी चाहिए, किसी की भी चुगली करने से भी बचना चाहिए।