भूल से भी सुहागन महिलाएं ना पहनें ऐसा मंगलसूत्र, कम हो सकती है पति की आयु
एक सुहागिन महिला की पहचान उसके मंगलसूत्र और सिंदूर से होता हैं क्योंकि इसे सुहाग का प्रतीक माना जाता हैं| इतना ही नहीं इन दोनों को पति के आयु के साथ भी जोड़ा जाता हैं, ऐसा माना जाता हैं कि यदि सुहागिन महिला अपने मांग में जितना लंबा सिंदूर लगाती हैं उसके पति की उतनी लंबी आयु हो जाती हैं|
हालांकि आजकल शहरों में महिलाएं इन सब बातों पर गौर नहीं करती हैं लेकिन गाँव में आज भी महिलाएं इन सब बातों पर ध्यान देती हैं| इसलिए कोई भी सुहागिन महिला अपने से मंगलसूत्र और सिंदूर को कभी अलग नहीं करती हैं| ऐसे में आज हम आपको शास्त्रो और पुराणों में बताएं गए मंगलसूत्र और सिंदूर से संबन्धित कुछ नियमों के बारे में आपको बताएँगे|
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(1) विवाहित महिलाओं को कभी भी अपने मंगलसूत्र को नहीं उतारना चाहिए और ना ही अपना मंगलसूत्र किसी अन्य महिला को पहनने को दे|
(2) कभी भी विवाहित महिला को दूसरे का सिंदूर मांगकर नहीं लगाना चाहिए और ना ही अपना सिंदूर किसी को देना चाहिए| यदि आप ऐसा करती हैं तो आपके शादीशुदा जीवन में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं|
(3) सिंदूर लगाते समय यदि सिंदूर नाक पर गिर जाए तो उसे कभी भी ना पोछे क्योंकि ऐसा करना अपशकुन माना जाता हैं| दरअसल शास्त्रो में सिंदूर को पति के आयु के साथ जोड़ा जाता हैं ऐसे में यदि आप उसके साथ नकारात्मक कार्य करती हैं तो उससे आपके पति पर बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं|
(4) मंगलसूत्र आप किसी भी डिजाइन का बनवाएँ लेकिन मंगलसूत्र काले और पीले मोतियों से ही बना हो। दरअसल इन मोतियों को वैवाहिक जीवन के रक्षा का प्रतीक माना जाता हैं|
(5) कभी भी खंडित मंगलसूत्र ना पहने और यदि आपके मंगलसूत्र का लॉकेट खराब हो गया हैं तो उसे बदल कर दूसरा लॉकेट लेकर पहन ले और यदि आपका मंगलसूत्र पुराना पड़ गया हैं तो दूसरा मंगलसूत्र लेकर पहन ले और पुराने मंगलसूत्र को बहते जल में प्रवाहित कर दे|