सावधान: कोरोना के नाम पर कहीं ठगे तो नहीं जा रहे हैं आप
कोरोना वायरस का खतरा दिन-प्रतिदिन तेजी से बढ़ता रहा है केवल एक-दो देश नहीं बल्कि सभी देशों में इसके मरीज़ों की संख्या तेजी से बढ़ रही हैं। अकेले भारत मे ही इस बीमारी से 1800 से ज्यादा रोगी हो चुके हैं ऐसे में केंद्र सरकार और राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही हैं पर ऐसी विकट स्थिति में भी कुछ ठगों ने ठगी करने का नया रास्ता निकाल लिया। आज हम आपकों उनके द्वारा की जाने वाली ऐसी ही ठगी के तरीकों के बारें में बताने जा रहे हैं
फेक यूपीआई (UPI)
अभी हाल में ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से पीड़ित लोगों के इलाज और इस संकट की घड़ी में गरीबों की मदद करने के लिए पीएम केयर्स फंड का एलान किया। उन्होंने देश के हर वर्ग से उसमे अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार दान करने को कहा, ये दान यूपीआई (UPI) के द्वारा भी किया जा सकता है, तो ऐसे में ठगी के लिए ठगों ने महज 24-30 घंटे में ही फेक यूपीआई आईडी बना दी और कई लोगों ने इस फेक आईडी के द्वारा ही दान कर दिया।
एंटरटेनमेंट प्लेटफ़ॉर्म और जिओ (JIO) डेटा फ्री
इन दिनों सोशल मीडिया पर ये अफवाह भी फैलाई जा रही है कि देश में चल रहे लॉकडाउन के दौरान एंटरटेनमेंट प्लेटफ़ॉर्म नेटफ्लिक्स (Netflix) ने अपना सब्सक्रिप्शन 21 दिनों के लिए फ्री कर दिया गया हैं और इसके अलावा इस बात ने भी जोर पकड़ा कि जिओ (JIO) ने 21 दिनों के लिए डेटा फ्री कर दिया हैं। कुछ उपभोक्ताओं को तो 10 सवालों का एक सर्वे फॉर्म भी भेज दिया गया कि इस फॉर्म को भरते ही आपको ये मुफ्त मिलने लगेगा पर दरअसल ऐसा कुछ भी नहीं था।
WHO का संदेश
इन दिनों लोगों को WHO के नाम से एक ई-मेल भेजी जा रही हैं जिसमे लिखा हुआ हैं कि कोरोना वायरस से सम्बंधित सुरक्षा निर्देशों के लिए क्लिक कीजिए, दरअसल जब आप वहां क्लिक करते हैं तो आपकी सारी निजी जानकारी फिशिंग वेबसाइट पर चली जाती है और वो फिर आपको ठगी का शिकार बना लेते हैं।
कोरोना पीड़ित के परिवारों से ठगी
अंतरराष्ट्रीय संगठन इंटरपोल के मुताबिक ठगों का एक समूह जो लोग कोरोना से पीड़ित हैं या उनके परिवार में कोई पीड़ित हैं तो उनको वो WHO का अधिकारी बन कर कॉल करते हैं और उनसे इलाज के नाम पर पैसों की ठगी करते हैं।
रिफंड दिलवाने के लिए
कोरोना की वजह से फ्लाइट, बस, ट्रैन कैंसिल होने से लोगों की यात्रा योजनाएं रद्द हों गई और ऐसे में ठगों ने लोगों से रिफंड दिलवाने के नाम पर भी पैसों की ठगी करनी शुरू कर दी हैं।