राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की बेटियाँ लगातार लहरा रही है परचम, देश को दिलाया 10वाँ सोना
वर्ष 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों का रंगारंग कार्यक्रम ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में अपने पूरे जोश में चल रहा है और दुनियाभर से आई तमाम देशों की टीम यहाँ अलग अलग स्पर्धाओं मे अपना अपना प्रदर्शन कर रही है। बता दें की इस खेल में भारत की भी कई अलग अलग स्पर्धा के अपना बेहतर प्रदर्शन कर रहा है और हर बार की अपेक्षा इस बार अपना बहुत ही बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की भारत की दिग्गज महिला खिलाड़ी सायना नेहवाल ने 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स के पांचवें दिन सोमवार को बैडमिंटन की मिश्रित टीम स्पर्धा का स्वर्ण भारत के नाम करा दिया है।
इसके अलावा आपको यह भी बताते चलें की पुरुष 10मी एयर पिस्टल में जीतू राय ने 235.1 रिकॉर्ड स्कोर के साथ गोल्ड मेडल पर किया कब्जा, जबकि दूसरी ओर ओम मिथरवाल ने 214.3 के साथ कांस्य पर निशाना लगाया।
गजब का संयोग: जिस दिन धोनी ने दिलाया था विश्व कप, उसी दिन उन्हें मिला पद्मभूषण
भारत ने कैरारा स्पोर्ट्स एरेना में खेले गए फाइनल मैच में मलेशिया को 3-1 से मात देकर सोने पर कब्जा जमाया, जानकारी के लिए बताते चलें की यह पहला मौका है जब राष्ट्रमंडल खेल में भारत ने बैडमिंटन टीम इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है। इसके पहले भी भारत यहाँ पर अपना बेहतर प्रदर्शन किए हुए है और आपको बट्टा दें की भारत की साईखोम मीराबाई चानू ने महिला वेटलिफ्टिंग के ४८ किलोग्राम वर्ग में अपने देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था। हालांकि इससे पहले भारत पहले एक रजत पदक भी जीत चुका था।
गुरुराजा ने रजत से खोला भारत का खाता
आपको बता दें की 21वें राष्ट्रमंडल खेल के पहले ही दिन भारोतोल्लक गुरुराजा पुजारी ने ५६ किलोग्राम (पुरुष) श्रेणी में रजत पदक जीत कर भारत का खाता खोल दिया था। बताया जाता है की पिछली बार 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के सुखन डे ने ५६ किलोग्राम (पुरुष) श्रेणी में २४८ किलोग्राम भार उठा कर स्वर्ण पदक जीता था वहीँ इस बार गुरुराजा के द्वारा २४९ किलोग्राम भार उठाने के बाद भी उन्हें रजत पदक ही संतोष करना पड़ा। फिलहाल अंकतालिका में भारत 10 स्वर्ण, 4 रजत तथा 5 कांस्य पदक के साथ तीसरे पायदान पर है।