बड़ी खबर: सरकार ने लिया फैसला, चंडीगढ़ बनने वाला है सौर ऊर्जा पर निर्भर रहने वाला देश का पहला शहर
वर्तमान समय में सौर ऊर्जा को लेकर सरकार काफी जागरूक हैं और लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रही हैं| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सौर ऊर्जा को काफी बड़ावा दे रहें हैं| इसलिए वो सौर ऊर्जा से जुड़ी कई योजनाओ को लागू कर रहें हैं| चंडीगढ़ देश का पहला ऐसा शहर बनने जा रहा है जहां बिजली के रूप में रिन्यूएबल एनर्जी यानी सौर ऊर्जा का शत-प्रतिशत इस्तेमाल किया जाएगा| सौर ऊर्जा का उपयोग अधिक से अधिक हो इसके लिए सरकार अनेक प्रकार के सुविधाएँ लोगो को दे रही हैं| जिससे बिजली की खपत कम हो|
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चंडीगड़ में पांच मंजिला से अधिक के सभी इमारतों पर सोलर पैनल लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। सोलर पैनल लगाने के लिए लोगों को 16 मई तक का समय दिया गया है। शहर के सभी स्कूल व कॉलेजों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का अधिकतर काम भी पूरा कर लिया गया है। सोलर पैनल लगाने से बिजली की खपत कम होगी| चंडीगड़ की सरकार ने 50 मेगावाट विंड एनर्जी यानि पवन ऊर्जा उपलब्ध करने के लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा हैं| मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी, एमएनआरई ने इस लक्ष्य को दिसंबर, 2018 तक समय दिया हैं|
हम आपको बता दें की मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी, एमएनआरई ने सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों से बिजली खपत और उसके स्रोत का पूरा विवरण मांगा था| जिन राज्यो में या केंद्र शासित राज्यों में 60 प्रतिशत से अधिक सौर ऊर्जा का इस्तेमाल हो रहा हैं| वहाँ इसे 100 प्रतिशत किया जाना हैं|
इस मामले में चंडीगड़ 70 प्रतिशत के साथ आगे रहा| इसको अगले चरण के लिए चुना गया है| चंडीगड़ में 70 प्रतिशत बिजली की पूर्ति सौर ऊर्जा से हो रहीं हैं| इसका लक्ष्य अंत तक 100 प्रतिशत तक करना हैं| जिसके बाद यह पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर निर्भर हो जाएगा| ऐसा करने वाला चंडीगड़ पहला राज्य होगा।