चाणक्य नीति: जिस घर में महिलाएं ऐसे करती हैं स्नान, वहां नहीं होती है बरकत
इतिहास गवाह है कि नारी के कारण कितने युद्ध हुए और नारी के कारण ही कितने घरों मे खुशियां की लहर दौड़ी। कहा जाता है कि एक कामयाब पुरुष के पीछे हमेशा एक नारी का हाथ होता है लेकिन कहा यह भी जाता है कि किसी को बर्बाद करने में भी नारी हो सकती है। लेकिन भारत देश में नारियों को लक्ष्मी का रूप दिया गया है लेकिन जरूरत पड़ने पर वही नारी दुर्गा का रुप भी धारण करती हुई आई है। लेकिन चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे बहुत से काम है जिन्हें करने पर एक नारी अपने घर संसार में खुशियों का अंबार लगा सकती है और घर से नाकारात्मक शक्तियों को भगा सकती है।
घर में किसी भी प्रकार की बुरी शक्तियों के प्रभाव के रोकने और उन्हें कम करने के लिए भी एक नारी बुहत कुछ कर सकती है। आज हम आपको बताएंगे की कैसे चाणक्य नीति का प्रयोग कर आप अपने घर में सुख समृद्धी और ऐश्वर्य बनाएं रख सकती है। आइए जानते हैं-
चाणक्य नीति
1. स्वच्छता का खास ख्याल रखना चाहिए, इससे हमेशा घर में सकारात्मक शक्तियां बनी रहती हैं।
2. सफाई के तुरंत के बाद स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से शरीर साफ तो होता ही है मन में भी प्रसन्नता रहती है।
3. खाना बनाने से पहले नाहना चाहिए। ऐसा करने से खाना अच्छा और शक्तिवान बनता है।
4. खाना बानाने के बाद भोग लगाना चाहिए। गाया, कुत्ते, भगवान को भोग लगाना चाहिए।
5. सूर्य अस्त के बाद बालों में कंघा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती है।
6. बार बार चिड़चिड़ापन घर में अशांति लाता है। इसलिए ऐसा करने से बचना चाहिए।
7. तिजोरी के तरवाजे को उत्तर की दिशा में नहीं खोलना चाहिए और उसके सामने रोशनी नहीं होनी चाहिए। ऐसा करने से घर में धन बना रहता है।
8. घर के बीच में मंदिर की स्थापना करना, ऐसा करने से घर में सुख शांति और सृमध्दि बनी रहती है। घर में किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्ति का वास नहीं होता।