सूर्य देव को जल चढ़ाना हैं बहुत ही ज्यादा फायदेमंद, विज्ञान ने भी किया स्वीकार
हिन्दू पुराण में सूर्य और चंद्रमा को पूजनीय बताया गया हैं, सूर्य ही एक मात्र ऐसे देवता हैं जिन्हें हम अपनी आँखों से देख सकते हैं| दरअसल शास्त्रों में बताया गया हैं कि यदि सूर्य को सच्चे मन से जल चढ़ाया जाए तो व्यक्ति धनवान बनने के साथ बलवान और निरोगी होता हैं| इसलिए हिन्दू धर्म में सूर्य देव को सुबह-सुबह जल चढ़ाने की प्रथा हैं, इसके अलावा विज्ञान ने भी माना हैं कि सूर्य को जल चढ़ाना सेहत के लिए लाभदायक होता हैं, आजकल लोग ज़्यादातर विज्ञान पर भरोसा करते हैं|
सूर्य को जल चढ़ाने की सही विधि
सूर्य को जल चढ़ाने के लिए सबसे पहले आप सुबह उठ जाए, नित्य क्रियाओं से निवृत्त होने के बाद आप एक तांबे का लोटा ले और इसमें जल भरे| जल भरने के पश्चात आप पूर्व यानि सूर्य उगने की दिशा में खड़े हो जाये और जल से भरे लोटे को अपनी आंखो तक लाये| अब धीरे-धीरे करके जल को जमीन पर गिराए, जब आप जल जमीन पर गिरा रहे हो तो जल के उसी धार में से सूर्य की किरणों को देखे, ऐसा करने से आंखो की रोशनी बढ़ती हैं|
सूर्य की किरणों में बहुत सारे ऐसे तत्व पाये जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए लाभदायक होते हैं| लेकिन एक बात का ध्यान रखे, सूर्य को जल आप सुबह के समय ही दे यानि 12 बजे से पहले क्योंकि 12 बजे के बाद सूर्य की किरणे शरीर को लाभ नहीं बल्कि हानी पहुंचाने लगती हैं| इसलिए आप सूर्य को जल, सूर्योदय के समय ही देखे, सूर्य की किरणों को जल की धारा में से देखने पर आंखो को एक अजीब सा सुकून मिलता हैं क्योंकि सूर्य की किरणों में उपस्थित सात रंगे जल की धार में बहुत खूबसूरत नजर आती हैं|
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सूर्य से हमे विटामिन डी मिलता हैं जो शरीर के लिए अत्यंत जरूरी हैं और यह हमे कई बीमारियों से दूर रखता हैं, इसलिए सूर्य को जल सिर्फ धार्मिक कारणों से नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण से भी दिया जाता हैं| इसके अलावा आप नहाने के बाद सूर्य की रोशनी से भी नहाएँ यानि धूप ले क्योंकि सूर्य की किरणे कई हानिकारक तत्वो को नष्ट करती हैं, इसके अलावा आप सूर्य नमस्कार भी कर सकते हैं| ऐसा करने से व्यक्ति का दिमाग तेज और संतुलित रहता हैं|