अनोखी है ये लड़की जिसके धूप में निकलते ही शरीर से निकलने लगता है खून, त्वचा देख लोग कहने लगे हैं ‘Snake Girl’
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक लड़की को ऐसी बीमारी है कि पूरी देश में उसका इलाज नहीं हो पा रहा है। 13 साल की वेदिका गुप्ता इस बीमारी के चलते न ही बाहर धूप में निकल पाती है और न ही लोगों से मिल पाती है। बीमारी ऐसी कि लोगों ‘स्नेक गर्ल’ नाम दे दिया है। वेदिका को Ichthyosis नाम की बीमारी है, जिसके चलते उसकी त्वचा अजीब सी दिखने लगी है। इस बीमारी के चलते वेदिका का आत्मविश्वास भी एकदम खत्म हो गया है और वो घर से निकलना भी नहीं चाहती।
क्या है Snake Girl की कहानी
इंदौर में रहने वाली 13 साल की वेदिका Ichthyosis नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। इस जेनेटिक बीमारी के चलते वेदिका की त्वचा इतनी अजीब हो गई है कि लोग उसे ‘स्नेक गर्ल’ कहकर पुकारने लगे हैं। इस बीमारी से सिर्फ वेदिका ही नहीं, बल्कि 20 साल की उनकी बड़ी बहन भी पीड़ित हैं। वेदिका के मां-बाप उनके इलाज के लिए कई डॉक्टरों के पास गए, लेकिन कहीं से भी इलाज संभव न हो पाया। दोनों बहनों की त्वचा का ठीक करने का मंत्र देश में किसी डॉक्टर के पास नहीं है।
वेदिका का पूरा शरीर इस त्वचा संबंधित बीमारी से पीड़ित है। डेलीमेल को वेदिका ने बताया कि धूप में निकलने पर उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी होती है। वेदिका ने कहा, ‘मैं धूप में बाहर नहीं जा सकती। जब भी बाहर जाती हूं, मेरी त्वचा जलने लगती है। कभी-कभी तो त्वचा निकलने लगती है और खून भी आता है।’ इस बीमारी से वेदिका इतनी परेशान हैं कि बार-बार भगवान से पूछती हैं कि उन्हें किस जुर्म की सजा मिल रही है। बीमारी के चलते वेदिका घर में ही अपना समय व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं। उनकी बहन सुनिधि ने तो खुद को घर में ही कैद कर लिया है।
सुनिधि इस डर से कहीं बाहर नहीं जातीं कि लोग क्या कहेंगे। बेटियों की यूं तड़पते देख उनकी मां माधुरी कहती हैं, ‘मेरी बड़ी बेटी ने खुद को कमरे में बंद कर लिया है। वो अब बड़ी हो चुकी है, इसलिए उसे इस बात का अधिक डर है कि लोग क्या कहेंगे। वो न लोगों से मिलना चाहती है और न ही कैमरे के सामने आना चाहती है।’ माधुरी ने बताया कि बेटियों ने इलाज के लिए होम्योपैथिक दवाइयां भी लीं, लेकिन उससे त्वचा और खराब हो गई। दवाई लेने के बाद त्वचा में क्रैक नजर आ गए जिसमें से खून बहने लगा।
वेदिका के मां-बाप उसके इलाज की उम्मीद लगाए बैठे हैं। मध्य प्रदेश की ही रहने वाली शालिनी यादव भी ऐसी ही एक गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं, जिनका स्पेन में इलाज हुआ था। मां-बाप को उम्मीद है कि शालिनी की ही तरह उनकी बेटियों का इलाज भी संभव हो पाएगा। वेदिका के पिता ने कहा, ‘मैंने शालिनी के पिता से बात की है। मुझे उम्मीद है कि मेरी बेटियों का भी इलाज हो पाएगा। मुझसे जो बन पाएगा मैं करूंगा।’ वेदिका के पिता ने कहा कि ये इलाज काफी महंगा है इसलिए उन्होंने फंड के जरिये पैसा इकट्ठा करने की मुहीम शुरू की है।
Ichthyosis बीमारी में त्वचा एकदम सूख जाती है और पपड़ी सी जमने लगती है। ऐसा तब होता है जब त्वचा के सेल जरूरत से ज्यादा तेजी से बनने लगते हैं और फिर त्वचा पर जमा होने लगते हैं। इससे त्वचा मोटी होती जाती है। ये बीमारी पूरी त्वचा को प्रभावित करती है। इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज नहीं मिल पाया है। त्वचा को सूखने से बचाने के लिए उसपर बार-बार लोशन लगाया जाता है।