दोबारा प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद पीएम मोदी ने पहले संबोधन में ही किया ये वादा
लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार प्रचंड मोदी लहर के बाद बीजेपी रिकॉर्ड सीटों के साथ केंद्र की सत्ता में वापसी कर रही है। विपक्ष के सयुंक्त विरोध के बाद भी कोई मोदी लहर को नहीं रोक पाया और मोदी इस चुनाव के महाविजेता बनकर उभरे। 2019 के लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 2014 से भी बेहतर प्रदर्शन कर सबको चौंका दिया है। इस बार चुनावों बीजेपी ने अकेले 300 सीटों का आंकड़ा पार किया वहीं साथी दलों के साथ एनडीए ने 542 सीटों में से 353 सीटें हांसिल की हैं। विपक्ष में खड़ी सभी पार्टियों को इस बार चुनाव में औंधे मुँह की खानी पड़ी हैं। मोदी ने वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव लड़कर 6,74,664 वोटों से जीत हासिल करके एक नया इतिहास रच दिया। आपको बता दें कि देश में ऐसा पहली बार हुआ कि कोई गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री दोबारा पूर्ण बहुतमत की सरकार बनाने जा रहा है।
बीजेपी ने दिल्ली,हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और हिमाचल जैसे राज्यों में अधिकतम सीटें हांसिल की हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी के बड़े-बड़े दिग्गज नेताओं का हार का सामना करना पड़ा। यहां तक की कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली अमेठी सीट जो लगभग तीन दशकों से कांग्रेस जीत रही थी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी को हराकर स्मृति ईरानी ने अमेठी में धुआंदार जीत हांसिल की।
एनडीए की सत्ता में वापसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करने पहुंचे और वहां सभी का धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत को ‘हिन्दुस्तान, लोकतंत्र और जनता की विजय’ बताया। आगे अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि “सरकार भले बहुमत से चलती हो लेकिन देश सर्वमत से चलता है और हम इस विचार चलेंगे। काम करते-करते कोई गलती हो सकती है लेकिन बदइरादे और बदनीयती से कोई काम नहीं करूँगा।’
जाने आगे का भाषण:
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘चुनावों के बीच क्या हुआ, वो बात बीत चुकी है। हमे सबको साथ लेकर चलना है। घोर विरोधियों को भी देशहित में साथ लेकर चलना है। इस प्रचंड बहुमत के बाद भी नम्रता साथ लोकतंत्र की मर्यादाओं के बीच चलना है। सविंधान हमारा सुप्रीम है, उसी के अनुसार हमें चलना है। मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए।’ उन्होंने आगे जनता को ध्यावाद करते हुए कहा कि “मैं भारत के 130 करोड़ नागरिकों का सर झुकाकर नमन करता हूं। लोकतांत्रिक विश्व में 2019 का यह जो मतदान का जो आंकड़ा है, यह अपने आपमें लोकतांत्रिक विश्व के इतिहास की सबसे बड़ी घटना है।
देश आजाद हुआ, इतने लोकसभा के चुनाव हुए लेकिन आजादी के बाद इतने चुनाव होने के बाद सबसे अधिक मतदान इस चुनाव में हुआ और वह भी 40-42 डिग्री सेल्सियस गर्मी के बीच में। यह अपने आप में भारत के मतदाताओं की जागरुकता, लोकतंत्र के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पूरे विश्व को इस बात को रजिस्टर करना होगा, भारत की लोकतांत्रिक शक्ति को पहचानना होगा।”
“30 साल के बहुत लंबे समय तक एक नाटक चल रहा था। एक ऐसा टैग था जो फैशन में था जिसे पहनने से सभी पाप धुल जाते थे। उस नकली टैग को धर्मनिरपेक्षता कहा जाता था। धर्मनिरपेक्ष लोगों की एकता के लिए नारे लगाए जाते थे। लेकिन आपने देखा होगा कि 2014 से लेकर 2019 तक पूरा झुंड रुक गया था। इस चुनाव में एक भी राजनीतिक दल धर्मनिरपेक्षता का मुखौटा पहनकर देश को गुमराह करने का साहस नहीं कर सका,” उन्होंने कहा। उन्होंने यह भी कहा कि , “सभी राजनीतिक पंडितों को 20 वीं सदी की सभी सोच से छुटकारा पाना है।”
देश को आजादी के 75 साल पूरे होने से पहले मोदी ने 2022 तक देश को मजबूत बनाने का संकल्प लिया और कहा कि ‘अगले पांच वर्षों के लिए, प्रत्येक भारतीय को एक मजबूत राष्ट्र में भारत को बदलने की प्रतिज्ञा करनी होगी। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान मिशन को उसी भावना की आवश्यकता होगी, जिससे कि हम 2022 तक भारत को एक मजबूत राष्ट्र बना सकते हैं, इससे पहले कि हम और 75 साल को पूरा करें।’
दिल्ली में बारिश के बीच हुयी बीजेपी की इस जीत के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि “आज, मेघराज भी जश्न मनाने के लिए हमारे बीच में हैं। आज बारिश ने शहर में कुछ समय के लिए बोल दिया। 130 करोड़ हिंदुस्तानियों ने आज फकीर की झोली भर दी।”