समाप्त हुआ खतरनाक सूर्य ग्रहण, अब ये 3 राशि वाले हो जाएं तैयार मिल सकती है बुरी खबर
हमारे जीवन में ग्रहों का प्रभाव बना हमेशा रहता है। ग्रहों की चाल हर दिन बदलते रहते हैं इसी वजह से कभी दिन अच्छा रहता है तो कभी खराब। वहीं ग्रहण के दौरान या उसके बाद होने वाले बदलाव हमें काफी ज्यादा प्रभावित करने वाले माने जाते हैं। इस संबंध में ज्योतिषों का मानना है कि ये ग्रहण 3 राशियों के जातकों के लिए परेशानी खड़ी करेगा। हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई दिया अपितु ये भारतीय समयानुसार सुबह 07:18 बजे शुरू हुआ और 8 बजकर 13 मिनट तक रहा। विश्व के और देशों जैसे न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में यह ज़रूर दिखा था।
क्या है सूर्य ग्रहण
जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के मध्य में आता है, तब यह पृथ्वी पर आने वाले सूर्य के प्रकाश को रोकता है और सूर्य में अपनी छाया बनाता है। इस खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
किन-किन राशि के जातकों पर पड़ सकता है प्रभाव
इस सूर्यग्रहण के दौरान कर्क, मिथुन और सिंह राशि पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। जबकि मेष, मकर, तुला और कुंभ राशि इसका शुभ प्रभाव पड़ेगा।
सूर्य ग्रहण से बचने के उपाय
- इस समय में सूर्य के मंत्र जाप करना फलदायी रहता है।
- ग्रहण काल खत्म होने के बाद गंगा में या जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करने से लाभ होता है।
- ग्रहण के बाद अन्न और वस्त्रों का दान करना चाहिए।
- इस समय में राहु से संबंधित उपाय करने चाहिए।
- जितना ज्यादा से ज्यादा हो सके दान आदि का काम करें।
जानें क्या है ग्रहण का पौराणिक महत्व
पौराणिक मान्यता के अनुसार, समुद्र मंथन से उत्पन्न अमृत को दानवों ने देवताओं से छीन लिया। इस दौरान भगवान विष्णु ने मोहिनी नामक सुंदर कन्या का रूप धारण करके दानवों से अमृत ले लिया और उसे देवताओं में बांटने लगे, लेकिन भगवान विष्णु की इस चाल को राहु नामक असुर समझ गया और वह देव रूप धारण कर देवताओं के बीच बैठ गया।
माना जाता है कि राहु और केतु इस बैर के कारण से सूर्य और चंद्रमा को ग्रहण के रूप में शापित करते हैं। हिंदू धर्म में ग्रहण को मानव समुदाय के लिए हानिकारक माना गया है। जिस नक्षत्र और राशि में ग्रहण लगता है उससे जुड़े लोगों पर ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। हालांकि ग्रहण के दौरान मंत्र जाप व कुछ जरूरी सावधानी अपनाकर इसके दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।