आज शनि अमावस्या पर लग रहा है सूर्यग्रहण, शनि से पीड़ित चल रहे लोग कर लें बस ये काम
11 अगस्त यानि आज शनि अमावस्या हैं और इसके साथ ही आज ही इस साल का अंतिम सूर्यग्रहण भी हैं| आज सूर्यग्रहण 1 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगा और ग्रहण 5 बजे समाप्त हो जाएगा| हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा| नॉर्थ अमेरिका, नॉर्थ कनाडा, नॉर्थ ईस्टर्न यूएस, ग्रीनलैंड, साइबेरिया और सेंट्रल एशिया और ग्रीनलैंड जैसे देशो में यह ग्रहण देखा जा सकेगा|
इस सूर्यग्रहण काल के समय यदि शिव जी का आराधना किया जाए, तो जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती अथवा ढैय्या चल रही हो उसकी सभी समस्या दूर हो जाएंगी। शनिदेव कर्मफल दाता हैं| शनिदेव को प्रसन्न रखने के लिए शनिवार का व्रत किया जाता हैं| जिन जातकों की कुंडली में शनिदेव अच्छी स्थिति में नहीं हैं या जिनके ऊपर साढ़े साती या ढैय्या चल रही है, वे आज के अमावस्या के दिन कुछ मंत्रों का जाप कर ले| ऐसा करने से आप अपने दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं|
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(1) शनिदेव की कृपा के लिए
आज आमावस्या के साथ सूर्यग्रहण भी लग रहा है। इसलिए इस दिन आप ‘ओम भूर्भुव: स्व: शन्नोदेवीरभि टये विद्महे नीलांजनाय धीमहि तन्नो शनि: प्रचोदयात्’ मंत्र का जाप कर ले। ऐसा करने पर आपको शनिदेव की कृपा प्राप्त होगी। यदि आप शनिदेव के मंदिर नहीं जा सकते हैं तो अपने घर पर ही शनि यंत्र की स्थापना कर उसकी पुजा करे|
(2) साढ़ेसाती और ढैय्या के लिए
जिन राशि के जातको के ऊपर साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही हो, उन्हें तांत्रिक शनि मंत्र ‘ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ का जाप कर ले। इसके अलावा आप कुछ चीजों जैसे- तेल, काला छाता, जूते-चप्पल, कंबल इत्यादि का दान करे|
(3) मनोकामना पूर्ति हेतु
शनैश्चरी अमावस्या के दिन इस मंत्र: ‘ओम ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्’ का जाप करने से मनोकामना पूरी होती हैं| ऐसा करने पर आपके किसी भी काम में शनिदेव कोई भी बाधा नहीं आने देंगे|
(4) पितृ दोषों से मुक्ति के लिए
शनि अमावस्या के दिन शनिदेव के बीज मंत्र ‘ओम प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का जाप कर ले और उड़द की दाल से बनी खिचड़ी को दान करें। इससे शनिदेव और पितृ दोषों से मुक्ति मिल जाएगी। ग्रहण के वक्त आप शनिदेव के वैदिक मंत्र ‘ओम शं नो देवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये, शंयोरभि स्रवन्तु न:’ का जाप करे|
(5) शनि की पत्नी का मंत्र जपें
ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव की दशा को कम करने के लिए शनिदेव पत्नी के नाम की स्तुति का जाप करना लाभप्रद माना जाता है। आप शनिदेव की पत्नी की स्तुति ‘ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहिप्रिया। कण्टकी कलही चाथ तरंगी महिषी अजा।।’ का जाप करे| इस स्तुति के बाद आप शमी के पेड़ की भी पूजा कर ले| इससे आपको लाभ मिलेगा|