इन्तजार ख़त्म! राफेल का हुआ ‘गृहप्रवेश’, 7000 किलोमीटर का सफ़र तय कर पहुंचा वतन
Youthtrend News Desk : जिस घड़ी का इंतजार पिछले 4 सालों से किया जा रहा था आखिरकार वो घड़ी आ ही गई हैं, फ्रांस से 5 राफेल विमान आज दोपहर भारत पहुंच रहें हैं, ये 5 राफेल फ्रांस के साथ हुई राफेल डील की पहली खेप हैं, आज से 3 साल पहले यानी 2016 में भारत और फ्रांस के बीच 58,000 करोड़ की डील हुई थी जिसके मुताबिक फ्रांस भारत को 36 अत्याधुनिक लड़ाकू विमान राफेल देगा।
28 जुलाई यानी मंगलवार के दिन 5 राफेल विमान फ्रांस की सरजमीं से हिंदुस्तान के लिए उड़ान भर चुके हैं और लगभग 7000 किलोमीटर की दूरी तय करके आज भारतीय वायुसेना के अंबाला बेस स्टेशन पर उतरेंगे, फ्रांस से भारत के सफर में 30000 फीट की ऊंचाई पर ही राफेल में ईंधन भरा गया और अपने सफर में वो संयुक्त अरब अमीरात में अल दाफरा एयरबेस पर रात्रि विश्राम के लिए रुके थे जो फ्रांस का ही एक एयरबेस हैं।
पांचों राफेल विमानों ने फ्रांसीसी बंदरगाह के शहर बोरदु में मेरीगनेक एयरबेस से उड़ान भरी थी और अल दाफरा एयरबेस रुकने के बाद उन्होंने सुबह अंबाला एयरबेस के लिए उड़ान भरी और उनके अंबाला एयरबेस पर दोपहर 2 बजे तक पहुंचने की उम्मीद हैं। राफेल के स्वागत के लिए अंबाला एयरबेस पूरी तरह तैयार हैं और सुरक्षा के चाक-चौबन्द प्रबंध हैं।
अंबाला एयरबेस के आसपास के 200 किलोमीटर तक के इलाके को पूरी तरह निगरानी में रखा गया हैं, लोगों को घरों की छत पर भी झुंड बनाकर खड़ा करने के लिए मनाही हैं, राफेल की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध हैं। अंबाला एयरबेस पर वायुसेना के एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया राफेल को रिसीव करेंगे।
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राफेल विमान का वजन 24500 किलोग्राम हैं और बताया जा रहा हैं कि राफेल बड़ी आसानी से 9500 किलोग्राम का वजन उठा सकता हैं, अगर राफेल की स्पीड की बात की जाए तो इसकी अधिकतम स्पीड 1389 किलोमीटर हैं, राफेल विमान सिंगल सीटर और डबल सीटर में हैं।
राफेल में Snecma M88 के दो इंजन लगे हुए हैं, राफेल विमान बहुत ही अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं राफेल में आधुनिक तकनीक वाली मिसाइल भी लगी हुई हैं, अगर मिसाइलों की बात की जाए तो इसमें हैमर मिसाइल, डैमोक्लेस पॉड, एटी 730 ट्रिपल एजेक्टर रैक, इजी स्टॉर्म शैडो भी हैं। राफेल की सब से बड़ी खासियत उसमें लगी मेटयोर मिसाइल हैं जो अभी तक किसी भी एशियाई देश के पास नहीं हैं।
अंबाला पर लैंड होने के बाद बुधवार को ही राफेल को भारतीय वायुसेना में शामिल कर लिया जाएगा, राफेल के अलावा अंबाला एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल भी तैनात हैं, राफेल की अंबाला पर तैनाती इसलिए भी की जा रहीं हैं क्योंकि अंबाला से पकिस्तान और चीन की सरहदें काफी नजदीक हैं।
राफेल हवा में उड़ान के दौरान ही घातक हमले कर सकता हैं और लगभग 150 किलोमीटर तक की दूरी में हवा ने मार सकता हैं, इसमें शामिल तीन घातक मिसाइल मेटयोर, स्कैल्प और माइको हैं, ये तीनों बेहद ही खतरनाक मिसाइल हैं। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत में आज भारी बारिश का अलर्ट हैं इसलिए अगर अंबाला एयरबेस पर राफेल नहीं उतर पाता हैं तो जोधपुर एयरबेस को भी स्टैंडबाय पर रखा गया हैं।