इस आलीशान महल के मालिक हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजाओं जैसी जीते हैं जिंदगी
Lifestyle Desk | एक समय था जब हमारे देश में राजा महाराजाओं का राज होता था। यह लोग अपनी जिंदगी बड़े- बड़े महलों में बड़े आलीशान तरीके से बिताते थे। हालांकि अब राजा महाराजाओं का युग जा चुका है, लेकिन इन घरानों से ताल्लुक रखने वाला इनका परिवार आज भी अपने पुश्तों की विरासत की देखभाल कर रहे है। हमारे देश में इन राजा महाराजाओं के घराने से ताल्लुक रखने वाले एक नेता है “ज्योतिरादित्य सिंधिया”। यह ग्वालियर राजघराने से है और आज भी अपनी जिंदगी आलीशान तरीके से जी रहे हैं। तो चलिए जानते हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की लाइफ स्टाइल के बारे में।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का आलीशान महल
ज्योतिरादित्य सिंधिया एक मराठा परिवार से ताल्लुख रखते है। ज्योतिरादित्य के पिता का नाम माधवराव सिंधिया है और माता का नाम माधवी राजे है। उनकी पत्नी का नाम प्रियदर्शनी है। ज्योतिरादित्य ने अपनी स्कूल की पढ़ाई देहरादून से की है। जिसके बाद वे ग्रेजुएशन के लिए यूएस चले गए थे। जहां उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन कंप्लीट की। ग्वालियर स्थित उनका पुश्तैनी महल ‘जयविलास पैलेस’ के नाम से जाना जाता है। यह महल कई 100 एकड़ में बना हुआ है। इस महल में 400 कमरे हैं, महल की सीलिंग पर सोने जुड़े हुए हैं। सीलिंग से 3500 किलो के दो झूमर लगे हुए हैं। यह महल मराठा शासक महाराजा जयाजीराव सिंधिया द्वारा साल 1874 में बनवाया गया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया का राजनीतिक जीवन
2001:- औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की और दोगुना सीट से ही उपचुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे।
2002: वित्त मामलों की समिति और विदेश मामलों की समिति के सदस्य बने
2008: संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री बने
2009: 15वीं लोकसभा के लिए फिर से निर्वाचित हुए
2009: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री बने
2012: केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री बने
2019:- पश्चिमी यूपी का प्रभारी
2020:- कांग्रेस से मदभेद की वजह से 18 साल कांग्रेस के सांसद रहने के बाद, उन्होंने 11 मार्च 2020 में बीजेपी का हाथ थाम लिया।
शाही लाइफस्टाइल
पुराने समय से ही राजा महाराजा अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए अपनी दिनचर्या का खास ख्याल रखते थे। इसी तरह ज्योतिरादित्य हर रोज सुबह जल्दी उठते हैं। सुबह जल्दी उठकर वे खुद को फिट रखने के लिए व्यायाम भी करते हैं और इसके बाद वे पूजा करके आठ से दस बजे के बीच अपने काम के लिए रवाना हो जाते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया रोज अपने काम पर जाने से पहले अपनी राजमाता माधवी राजे के पांव जरूर छूते हैं।
रखते हैं सादे खाने का शौक
ज्योतिरादित्य सिंधिया मिर्च-मसाले वाले खाने से काफी दूर रहते हैं। उन्हें मछली काफी पसंद है। इसके अलावा वे खाने में सादी सब्जियां और रोटी खाना पसंद करते हैं। उन्हें इटेलियन खाना भी काफी पसंद है।
ज्योतिरादित्य को है गाड़ियों का शौक
राजा महाराजाओं की तरह ज्योतिरादित्य को भी गाड़ियों का बहुत शौक है। उनके पास कई कीमती कारें हैं। उनके गाड़ियों के इस कलेक्शन में लगभग 40 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत वाली बीएमडब्ल्यू इसेटा, लगभग दो करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत वाली लैंड रोवर रेंज रोवर और लगभग 15 लाख रुपये वाली टाटा सफारी शामिल है।
सालाना कमाई
वैसे तो इन्हें पैसों की कोई कमी नहीं है। पर बात करें ज्योतिरादित्य सिंधिया की कमाई की करें, तो भाजपा प्रत्याशी के तौर पर राज्यसभा चुनाव के लिए भरे गए नामांकन में उन्होंने जानकारी दी थी कि वे एक करोड़ 57 लाख रुपये सालाना कमाते हैं।