Loneliness Effect : सेहत के लिए है बेहद घातक है अकेलापन, बना सकता है कैंसर का शिकार
Loneliness Effect: विश्वभर में अकेलेपन (Loneliness) के शिकार लोगों की काफी संख्या बढ़ती जा रही है, आजकल लोगों में अकेलापन (Loneliness) इतना हावी होता जा रहा कि लोग कई तरह की बीमारियों के शिकार होते जा रहे है। वहीं कई स्टडी में भी ये बात सामने आई है कि जो लोग अकेलेपन के चपेट में हैं, उन्हें सिर्फ स्ट्रेस या डिप्रेशन ही नहीं कई हेल्थ प्रॉब्लम्स भी अपना शिकार बनाती है। दोस्त या अपनों का साथ नहीं होने पर इस अकेलापन (Loneliness) का परिणाम इतना घातक हैं कि उससे कैंसर (Cancer) जैसी गंभीर बीमारियों के होने का भी कारण बनने लगता हैं। अकेलेपन की वजह प्यार में धोखा, करियर में असफलता या कुछ भी हो सकती है, लेकिन इससे जल्द से जल्द छुटकारा न पाया जाए, तो दिक्कतें बहुत ज्यादा बढ़ सकती हैं। आज हम बताएंगे कि अकेलेपन (Loneliness) की वजह से आप स्ट्रेस (stress) और डिप्रेशन (Depression) के अलावा किन-किन बीमारियों के मरीज बन सकते हैं…
शिकागो विश्वविद्यालय (University of Chicago) के शोधकर्ता जॉन कासिओपो के अनुसार, किसी एक क्षण में सोशल आइसोलेशन (Social Isolation) की वजह से करीब 20 प्रतिशत लोग नाखुश हैं। दशकों से शोधकर्ताओं ने हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर अकेलेपन (Loneliness) और आइसोलेशन (Isolation) के प्रभावों का पता लगाया है। एक अध्ययन (Study) में पाया गया कि आइसोलेशन कैंसरग्रस्त ट्यूमर (Cancerous tumor) के विकास में वृद्धि कर सकता है। एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि यह स्मोकिंग (Smoking) और ओबेसिटी के बराबर रोगों के लिए भी एक जोखिम कारक है। अकेलापन (Loneliness) अक्सर तनाव की ओर ले जाता है, जो कि कई स्थितियों में हमारे लिए एक जोखिम कारक है।
Loneliness Effect : इम्यूनिटी होती है कमजोर
कोरोना काल में हम सभी जान चुके हैं कि इम्यूनिटी (Immunity) का महत्व क्या है और इसके कम होने पर जान के जाने का जोखिम भी बना रहता है. बता दें कि कई रिसर्च (Research) में सामने आया है कि जो लोग अकेलेपन (Loneliness Effect) का शिकार होते हैं, उनकी इम्यूनिटी तेजी से गिरने लगती है. इसके डाउन होने पर आप कई बीमारियां, जैसे वायरल (Viral), कोल्ड (Cold), कफ (Cough) की चपेट में आने लगते हैं.
Cancer के होने या जल्दी मरने का खतरा
कई रिसर्च में सामने आया है कि अकेलापन (Loneliness Effect) किसी की जान के जाने की वजह भी बन सकता है. दरअसल, डिप्रेशन (Depression) या स्ट्रेस में लोग नशीले पदार्थों शराब (Alcohol) या सिगरेट का हद से ज्यादा सेवन करने लगते हैं. ये आदत (Habit) एक गलती नहीं बल्कि किसी गुनाह से कम नहीं है, क्योंकि ये हमारे शरीर (Body) को तेजी से खोखला बनाने का काम करते हैं. ऐसे मरीज इन आदतों की वजह से कैंसर (Cancer) के मरीज तक बन जाते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इस बुरी आदत के कारण ऐसे लोगों के जल्दी मरने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है.
डायबिटीज
जिन्हें ज्यादा स्ट्रेस लेने की आदत होती है, उन्हें डायबिटीज यानी बिगड़े हुए ब्लड शुगर लेवल की दिक्कत आसानी से अपनी चपेट में ले लेती है. खुद को दुनिया से अलग-थलग रखने वाले हद से ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं और उन्हें थोड़ी उम्र में ही डायबिटीज हो जाती है. इसके अलावा ऐसे मरीजों हाई बीपी High BP) से ग्रसित भी हो जाते हैं.
Loneliness Effect के लक्षण
ऊर्जा में कमी या सोचने में समस्या आना
नींद में समस्या
खाने का दिल न करना
ज्यादा पीना या दवाओं (Medicines) का इस्तेमाल करना
हताश, निराश हो जाना
डिप्रेशन (Depression) की भावनाओं का बढ़ना
एंग्जाइटी/व्याकुलता का बढ़ना
अक्सर बीमार रहना
शरीर के कुछ हिस्सों या पूरे शरीर (Body) में दर्द रहना
सिरदर्द, माइग्रेन, पेट दर्द (Stomach Pain) या मांसपेशियों में दर्द या खिंचाव
बहुत ज्यादा शॉपिंग करना
कुछ चीजों के लिए बहुत ज्यादा लगाव बढ़ जाना
बहुत ज्यादा टीवी देखना