शरीर में पानी की कमी होने पर दिखने लगते हैं 4 संकेत, आज ही जान लें वरना
वैसे तो गर्मी के मौसम में बहुत सी बीमारियां होती हैं लेकिन सबसे ज़्यादा समस्या पानी की कमी से होती है। ये तो सभी जानते हैं की इंसान का शरीर में 70 प्रतिशत हिस्सा पानी का होता है और पानी हमारे शरीर के अंगो को सुचारु रूप से चलाने में भी सहायता करता है। तो हम आपको बताते हैं कि पानी की कमी से किसी भी व्यक्ति को डिहाइड्रेशन आलावा और क्या बीमारी हो सकती है। शरीर में पानी की कमी से उलटी, दस्त, अत्यधिक पसीना, जलन, किडनी का फेल होना, अत्याधिक प्यास लगना, मूत्र में जलन का होना और पथरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
शरीर में पानी की कमी से होती हैं ये समस्याएँ
शरीर में पानी की कमी तब होती है जब शरीर के अंदर जाने वाले पानी की मात्रा बाहर निकलने वाले पानी से काम हो। ज़्यादातर समय शरीर में पानी की कमी अत्यधिक पसीना निकलने और कम पानी का सेवन करने से होती है। वृद्ध लोगों में युवाओं के मुकाबले पानी की कमी होना आम है क्योंकि उनका प्यास केंद्र सही से काम नहीं कर सकता है। साथ ही कुछ ऐसी बीमारियां भी हैं जिनकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है , जैसे मधुमेह, डायबिटीज इन्सिपिडस और एडिसन रोग मूत्र के उत्सर्जन को बढ़ा सकते हैं और जिससे पानी की कमी हो सकती है। बच्चों में भी पानी की कमी आम है क्योंकि दस्त या उल्टी के दौरान पानी की मात्रा काफी कम हो जाती है और बच्चों में वयस्कों की तुलना में शरीर में पानी ज़्यादा होता है।
क्या है लक्षण
- प्यास का लगना
- पसीना कम आना
- त्वचा में रूखापन
- मूत्र उत्पादन में कमी
- मुँह का सूखना
कैसे पता लगाएं
- डॉक्टर के द्वारा जांच
- खून की जांच
- नाखूनों परीक्षण
- त्वचा का परीक्षण
क्या करे उपाय
पानी की कमी के उपचार का सबसे अच्छा तरीका उम्र, और डिहाइड्रेशन की गंभीरता और इसके कारण पर निर्भर करता है। पानी की कमी का सबसे प्रभावी उपचार खोए हुए पानी और खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स को बदलना है। वयस्कों में पानी की कमी के लिए घूंट मारने जैसे घरेलू उपचार शामिल हैं; खोए हुए पोषक तत्वों को बढ़ने के लिए स्पोर्ट्स ड्रिंक पी सकते हैं और शरीर को ठंडा रखना भी सहायता करता है। यदि वयस्कों में डिहाइड्रेशन की स्तिथि गंभीर हो तो चिकित्सा उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती होना चाहिए जहाँ और सही उपचार मिल सके।