Home Made Spices: लॉकडाउन में 30 हजार की लागत से शुरू किया होममेड मसालों का स्टार्टअप, अब 35 लाख है सालाना टर्नओवर
Home Made Spices | देश के बहुत से घरों में खाना बनाने के लिए अदरक, लहसुन एवं प्याज का इस्तेमाल किया जाता है, कहा जाता है कि खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए इनका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन कई बार इनको लंबे समय तक स्टोर करके रखने में परेशानी आने लगती है क्योंकि कई बार ये खराब हो जाते है या इनका स्वाद बिगड़ जाता है। वैसे तो बाजार में इस समय बहुत से रेडी टू कुक अदरक, लहसुन और प्याज का पेस्ट आता है लेकिन उनमें केमिकल मिले होते है जो सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने मात्र 30,000 रुपये से अदरक, लहसुन, प्याज के द्वारा रेडी टू कुक मसालों (Home Made Spices) की ऐसी रेंज तैयार की है जो बिना किसी केमिकल के बनाये गए है। पिछले साल शुरू किए गए इस स्टार्टअप के द्वारा अब उनका इस साल का टर्नओवर 35 लाख रुपये पहुंच गया है।
Home Made Spices: इंजीनियरिंग से मुड़े मसालों की तरफ
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हम आज बात कर रहे है मुरादाबाद जिले के निवासी अनुभव भटनागर की जिन्होंने पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान रेडी टू कुक मॉडल के अनुसार होममेड मसालों (Home Made Spices) की एक ऐसी रेंज तैयार करने का स्टार्टअप शुरू किया जो केमिकल रहित थी। वर्तमान में उनके प्रोडक्ट की रेंज 1 दर्जन से भी ज्यादा है जिसकी मार्केटिंग वो देश भर में जोरो शोरों से कर रहे है, अनुभव वैसे तो एक इंजीनियर है और 2012 में उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद हैदराबाद में नौकरी करने लगे थे।
अनुभव ने बताया कि उनकी जॉब बढ़िया चल रही थी, उनको पढ़ाई करने के समय से ही उन्हें खाना बनाने का काफी शौक था जो नौकरी के समय भी जारी रहा। तभी एक दिन उनके दिमाग में ये बात आई कि कैसे अदरक और प्याज में कोई केमिकल मिलाए बिना उसे लंबे समय तक रखा जा सकता है और ऐसे प्रोडक्ट किस तरह बनाये जा सकते है। उन्होंने कहा कि उन्हें खुद कई बार इस तरह की दिक्कत पेश आती थी कि जैसे कि कभी प्याज-अदरक खराब हो गई हो या फिर खत्म हो गई हो।
सिर्फ 30,000 रुपये से की थी शुरुआत
बस फिर क्या था इसको लेकर उन्होंने बहुत सी रिसर्च करी, हैदराबाद में अनुभव ने CFTRI से संपर्क किया और वहां के अधिकारियों को अपनी समस्या के बारे में बताया। जहां से उन्हें ये जानकारी मिली कि जिस तरह गांवों में अचार, पापड़ या चिप्स को बनाया जाता है ठीक उसी तरीके से प्याज अदरक को लंबे समय तक सही रखा जा सकता है। दरअसल डिहाइड्रेशन तकनीक के द्वारा किसी भी खाद्य सामग्री की उम्र बड़ाई जा सकती है, बस यहीं से अनुभव को अपने स्टार्टअप शुरू करने का विचार आया।
अनुभव ने बताया कि उन्होंने मात्र 30,000 रुपये से होममेड मसालों (Home Made Spices) के अपने इस स्टार्टअप को शुरू किया, सबसे पहले उन्होंने एक ग्राइंडर मशीन और ओवन को खरीदा। जिसके बाद उन्होंने लहसुन, अदरक, प्याज को डिहाइड्रेट करने के बाद उनका पाउडर किया लेकिन उसमें किसी तरह के केमिकल का प्रयोग नहीं किया गया था। उसके बाद उन्होंने मसालों को डिब्बे में पैक करके अपने दोस्तों को दिया, इसके अलावा सोशल मीडिया के द्वारा उन्होंने अपने स्टार्टअप का प्रोमोशन किया जिससे उन्हें अपने स्टार्टअप को आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिली।
किस तरह तैयार करते है अनुभव अपने प्रोडक्ट को तैयार
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अनुभव के अनुसार इस प्रोजेक्ट की शुरुआत के समय उन्होंने इसकी शुरुआत अपने घर से ही की थी, जब उनके बनाये गए प्रोडक्ट की मांग बढ़ने लगी तो उन्होंने मशीनों की मदद के द्वारा मसाले तैयार करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि मशीनें महंगी होती थी इसलिए उन बड़ी मशीनों को किराए पर लेकर काम किया जाता है। मसालों को तैयार करने से पहले उन्हें धूप में सुखाया जाता है, जिसके बाद उन्हें मशीनों के द्वारा अच्छी तरह सुखाया जाता है और उसके बाद उन्हें ग्राइंडर की मदद से अच्छे से पीस कर उनका पाउडर बना लिया जाता है
पाउडर बनाने के बाद उनकी क्वालिटी टेस्टिंग की जाती है और फिर अंत मे उन्हें पैकिंग के लिए भेज दिया जाता है। वर्तमान में अनुभव के द्वारा 13 प्रोडक्ट का निर्माण किया जाता है। इसमें अनियन पाउडर, जिंजर पाउडर, गार्लिक पाउडर, मिर्च पाउडर, हल्दी दूध पाउडर मुख्य है, फिलहाल अनुभव ने 5 लोगों को रोजगार दिया हुआ है जो उनकी मदद करते है।