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Sachet-Parampara Biography in Hindi | सचेत-परंपरा की बॉयोग्राफी हिंदी में

Sachet-Parampara | इन दिनों इंटरनेट और सोशल मीडिया पर एक म्यूजिकल जोड़ी लगातार सुर्खियों है, हम बात कर रहे है सचेत-परंपरा टंडन की जोड़ी के बारें में जो अपने गाने और म्यूजिक की वजह से हर जगह ट्रेंड कर रहे है। सचेत-परंपरा पति-पत्नी है और इंटरनेट पर दोनों एक साथ गाने गाते हुए शॉर्ट वीडियो अपलोड कर रहे है जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे है और काफी ज्यादा लोग इन दोनों की जोड़ी को पसंद करने लगे है।

बीते दिनों दोनों के द्वारा गाया गया शिव तांडव स्त्रोत ने तो इंटरनेट पर धूम मचा दी थी और देखते-देखते इनके वीडियो को बहुत लोगो ने पसंद कर दिया था। इस वीडियो के अलावा इस जोड़ी के द्वारा ‘अलगिरी नंदिनी’ जोकि एक महिषासुर मर्दानी स्त्रोत है, को भी गाया गया जो इंटरनेट पर काफी पॉपुलर है। आज हम आपको इन दोनों से जुड़ी बहुत सी जानकारी बताने जा रहे है जो शायद आपको नहीं पता हो।

Sachet-Parampara: कैसा था इनका शुरुवाती जीवन

Sachet-Parampara Biography in Hindi

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Sachet-Parampara की जोड़ी का पूरा नाम सचेत टंडन और परंपरा ठाकुर है, परंपरा ठाकर का जन्म उत्तर प्रदेश के नोएडा के एक ठाकुर परिवार में 28 फरवरी 1992 के दिन हुआ था। परंपरा ठाकुर की स्कूली पढ़ाई दिल्ली में ही हुई है और कॉलेज की पढ़ाई इन्होंने दिल्ली के ही लेडी श्रीराम कॉलेज से की है। सचेत टंडन का जन्म उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक पंजाबी परिवार में 17 अगस्त को हुआ था। सचेत टंडन ने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ के ही स्कूल से की तो कॉलेज की पढ़ाई उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से की है।

Sachet-Parampara: परिवार में कैसा था माहौल

परंपरा ठाकुर का परिवार पहले से ही संगीत के क्षेत्र से जुड़ा हुआ था, परंपरा के माता-पिता गायक थे और परंपरा के पिता ने सन 1991 में नोएडा में खुद का म्यूजिक स्कूल खोला था जिसमें बहुत से बच्चों ने आकर संगीत सीखा था। परिवार में पहले से ही संगीतमय माहौल होने की वजह से उन्हें ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ा बल्कि परंपरा के माता-पिता खुद चाहते थे कि वो बड़ी होकर एक सिंगर बनें।

Sachet-Parampara

परंपरा के परिवार के उलट सचेत के परिवार का संगीत से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था, लेकिन फिर भी सचेत को बचपन से गाना गाने का शौक था। इसी वजह से सचेत के माता-पिता ने उन्हें हमेशा सपोर्ट किया जिससे सचेत को प्रेरणा मिली।

Sachet-Parampara: कैसे शुरू हुई दोनों की संगीतमय यात्रा

परंपरा ठाकुर ने संगीत सीखने की शुरुआत अपने पिता के म्यूजिक इंस्टीट्यूट से की थी, मन ही मन में सिंगर बनने का ठान चुकी परंपरा को उनके माता-पिता ने पहले पढ़ाई पूरी करने के लिए कहा जिसके बाद परंपरा ने अपना सारा ध्यान पढ़ाई में लगा दिया। जैसे ही उनकी पढ़ाई पूरी हुई तो उन्होंने अपना सारा ध्यान म्यूजिक पर लगाना शुरू कर दिया, 23 वर्ष की उम्र में परंपरा ने अपना पहला म्यूजिक ऑडिशन म्यूजिक रियलिटी शो ‘ द वॉइस ऑफ इंडिया’ में दिया था और पहली ही बार में उनकी परफॉर्मेंस जजों को पसंद आई और अंत मे वो उस शो में टॉप 4 में रही थी।

Sachet-Parampara

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सचेत ने बचपन से ही ये सोच रखा था कि वो एक बड़े सिंगर बनेंगे तो इसी वजह से उन्हें संगीत सीखने में ज्यादा समय भी नहीं लगा और बचपन से ही उन्होंने गाने गाना शुरू कर दिया था। स्कूल की पढ़ाई खत्म होने के बाद जब उन्होंने कॉलेज में प्रवेश लिया तो उन्होंने कॉलेज के बैंड को जॉइन कर लिया जिसके बाद वो कॉलेज के बहुत से फंक्शन में गाने लगे थे।

कॉलेज के दौरान उन्होंने बहुत बार ऑडिशन दिया पर हर बार नाकामी उनके हाथ लगी और ‘द वॉइस ऑफ इंडिया’ में ऑडीशन देने से पहले उन्होंने ये तय कर लिया था कि अगर उनका यहां भी सेलेक्शन नही हुआ तो वो गाना गाना छोड़ देंगे लेकिन इस बार उनका चयन हो गया और अंत में वो शो के रनरअप बने।

Sachet-Parampara: कैसे शुरू हुई प्रेम कहानी

सचेत-परंपरा की पहली मुलाकात ‘द वॉइस ऑफ इंडिया’ के सेट पर हुई थी और टॉप 4 तक पहुंचने से पहले दोनों के बीच बात भी कभी नहीं हुई थी। जब सचेत टॉप 4 में पहुंचे तो परंपरा उन्हें बधाई देने गई थी लेकिन सचेत उनके साथ काफी सख्ती से पेश आए थे पर बाद में जब सचेत को ये एहसास हुआ कि उन्होने परंपरा के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया तो वो उनसे माफी मांगने पहुंच गए। उस समय तो उन दोनों की बात वही तक खत्म हो गई और लगभग 6 महीने तक दोनों ने एक-दूसरे से बात नहीं की, शो के खत्म होने के 6 महीने बाद सिंगर मीका ने अपने घर पार्टी रखी थी जिसमें सचेत-परंपरा भी आये थे।

Sachet-Parampara

पार्टी में दोनों के बीच नार्मल बातचीत हुई और फिर दोनों अपनी-अपनी राह पर चलने लगें, कुछ दिनों बाद दोनों ने सोचा कि क्यों ना मिलकर एक कवर सांग या एल्बम सांग बनाना चाहिए। जिसके लिए दोनों ने मुंबई का रुख किया और अपने प्रोजेक्ट के लिए कड़ी मेहनत करने लगे और आखिरकार दोनों को ‘टॉयलेट- एक प्रेम कथा’ में गाना गाने का मौका मिला और यही से दोनों की प्रेम कहानी और सफलता के सफर की शुरुआत हुई।

कई फिल्मों में साथ में दिया म्यूजिक

टॉयलेट-एक प्रेम कथा के गाने के हिट होने के बाद दोनों की जोड़ी को यमला पगला दीवाना-2 में भी गाना गाने का मौका मिला, जिसके बाद दोनों ने बत्ती गुल मीटर चालू, पल-पल दिल के पास इत्यादि फिल्मों में एकसाथ संगीत दिया। दोनों को असली पहचान 2019 में आई फिल्म कबीर सिंह के बेख़याली गाने से मिली जिसके बाद दोनों ने सफलता के नए परचम हासिल किए।

और फिर एक हो गए Sachet-Parampara

Sachet-Parampara

दोनों को एक साथ काम करते-करते ये एहसास होने लगा कि दोनों की पसंद और नापसंद एक जैसी है और पिछले 5 सालों से दोनों एक साथ काम कर रहे थे जिसके बाद दोनों के बीच काफी अच्छा तालमेल हो चुका था। दोनों ने फिर एक होने का फैसला कर लिया और 27 नवंबर 2020 को दोनों ने शादी कर ली है। फिलहाल दोनों संगीत के शॉर्ट वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर अपलोड करते रहते है।