TikTok बंद होने के बाद कौन से विकल्प हैं आपके लिए बेहतर
Youthtrend Entertainment Desk : जब से भारत सरकार ने 59 चीनी एप्प्स पर प्रतिबंध लगाया हैं जिसमें TikTok भी शामिल हैं, तब से इस एप्प का उपयोग करने वाले और इस पर अपने वीडियो अपलोड करने वाले टिकटॉक बंद होने के बाद किसी नए भारतीय एप्प की तलाश में हैं। टिकटॉक के बंद होने के बाद बहुत से ऐसे एप्प बने हैं जो भले ही अंतरराष्ट्रीय पैमानों पर खरे ना हो पर उनकी निगाहें देश के गांव और छोटे शहरों में रहने वाले लोगों पर हैं इसलिए आज कल एप्प में क्षेत्रीय भाषा को भी महत्वता दी जा रहीं हैं। आइये कुछ ऐसी ही एप्प के बारें में जानते हैं जो टिकटॉक बंद होने के बाद उसका विकल्प हो सकती हैं।
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2015 में शुरू हुआ शेयरचैट जब अंकुश सचदेवा, भानु प्रताप सिंह और फरीद अहसान ने 10 व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे वो भी दुनिया के मशहूर क्रिकेटर के नाम से और महज कुछ मिनटों में ही हर व्हाट्सएप ग्रुप में 100 से ज्यादा मेंबर जुड़ चुके थे जिसमें वीडियो, पिक्चर्स और जोक्स शेयर किए जा रहें थे और ज्यादातर क्षेत्रीय भाषा में थे। ये देख कर इस एप्प के फाउंडर्स को समझ आ गया कि अगर बाजार में जमना हैं तो क्षेत्रीय भाषाओं पर जोर देना होगा, अब TikTok बंद होने के बाद से कंपनी नए-नए तरीकों की सहायता से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी पहुंच बना रही हैं। इस एप्प को अभी तक 400 मिलियन से ज्यादा बार डाऊनलोड किया जा चुका हैं और इस एप्प के वर्तमान में 250 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड यूज़र्स हैं।
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टिकटॉक बंद होने के बाद जिस एक एप्प की सबसे ज्यादा चर्चा रही वो हैं मित्रों एप्प, इस एप्प की शुरुआत इसी साल फरवरी में शिवांक अग्रवाल और अनीश खंडेलवाल द्वारा की गई हैं, इस एप्प को बनाने का मुख्य मकसद था कि लोग शॉर्ट वीडियो की सहायता से लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकें। कुछ समय तक ये एप्प विवादों में भी घिरी रहीं जब इस एप्प को लेकर ये कहा गया कि इस एप्प को पाकिस्तान से खरीदा गया हैं लेकिन बाद में इस बात का कंपनी द्वारा पूरी तरह से खंडन कर दिया गया।
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इस एप्प को सुमेरु सॉफ्टवेयर्स के द्वारा बनाया गया हैं जिसका संबंध आध्यात्मिक संगठन दी आर्ट ऑफ लिविंग से हैं, एक समय तो इस एप्प को पहली भारतीय सोशल मीडिया सुपर एप्प तक करार कर दिया गया था, इस एप्प के द्वारा यूजर चैट कर सकता हैं, ऑडियो और वीडियो कॉल कर सकता हैं, पोस्ट को शेयर और लाइक कर सकता हैं। कंपनी अभी इस एप्प में वीडियो और ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा को जोड़ने की सोच रहा हैं, ये एप्प आठ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं।
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गो सोशल एप्प को Hapramp कंपनी द्वारा बनाया गया हैं इस स्टार्टअप के लिए आनंद महिंद्रा जो महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन हैं, उन्होंने 1 मिलियन इनवेस्ट किये हैं, ये सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खासकर उन लोगों के लिए हैं जो क्रिएटर जैसेकि आर्टिस्ट, डिज़ाइनर, लेखक और फोटोग्राफर इत्यादि। कंपनी के अनुसार एप्प के लांच होने के 3 महीने के अंदर ही इस एप्प को 100,000 से भी ज्यादा बार डाऊनलोड किया जा चुका हैं।
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जुलाई 2014 में शुरू हुई ये एप्प शुरू में सिर्फ एक फ़ैशन सोशल नेटवर्किंग साइट थी लेकिन धीरे-धीरे इस एप्प में संगीत, नृत्य, स्वास्थ्य और कुकिंग जैसी थीम भी जुड़ चुकी हैं, ये एप्प 12 भारतीय भाषाओं में उपलब्ध हैं और इस एप्प पर हर महीने 80 मिलियन से भी ज्यादा वीडियो बनाए और अपलोड किए जा रहें हैं। चायनीज एप्प पर प्रतिबंध लगने के बाद से रोपोसो के नए यूजर बढ़ कर 35 मिलियन तक पहुंच चुके हैं और गूगल प्ले स्टोर पर ये एक ट्रेंडिंग एप्प हैं।