Milkha Singh के लिए बेहद खास था 1 रुपये का नोट, अपनी बॉयोपिक Bhaag Milkha Bhaag के लिए ली थी एक रूपये की फीस
Milkha Singh | देश के लिए आज के दिन की शुरुआत बहुत बुरी खबर से हुई, देश के लिए एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक जीतने वाले मिल्खा सिंह का देर रात कोरोना से जूझते हुए निधन हो गया, मिल्खा सिंह का जाना देश के लिए एक ऐसी क्षति है जो शायद ही कभी पूरी हो पाए। मिल्खा सिंह (Milkha Singh) जिन्हें हम फ्लाइंग सिख के नाम से भी जानते है, देश के लिए चार बार एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले मिल्खा सबसे तेज धावक थे।
अपने करियर की 80 में 77 रेस जीतने वाले मिल्खा सिंह अपने जीवन की रेस हार गए, पिछले महीने कोरोना से पीड़ित हुए मिल्खा सिंह ने 5 दिन पहले ही अपनी पत्नी को कोरोना की वजह से खो चुके थे। 2013 में मिल्खा सिंह के जीवन पर आधारित बॉयोपिक फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग’ बनी थी जिसमें फरहान अख्तर ने मिल्खा सिंह का किरदार निभाया था, क्या आप जानते है कि इस बॉयोपिक के लिए मिल्खा सिंह ने कितनी फीस ली थी। अगर आप नहीं जानते है तो आज के इस लेख में हम आपको इस बारें में बताएंगे।
The Flying Sikh : Milkha Singh
Milkha Singh: कोरोना ने छीना भारत का अनमोल रतन, नहीं रहे ‘फ्लाइंग सिख’ मिल्खा सिंह
ये बात तो हम सब जानते है कि ज्यादातर हस्तियां अपने जीवन पर फिल्म बनाने की अनुमति देने के बदले में अक्सर काफी बड़ी रकम लेते है लेकिन मिल्खा सिंह के मामलें में ऐसा बिल्कुल नहीं है, आपको जानकर बेहद हैरानी होगी कि मिल्खा ने अपने जीवन पर फिल्म बनाने की मंजूरी देने के बदले फिल्म निर्माता से फीस के रुपये में सिर्फ 1 रुपया लिया था।
भाग मिल्खा भाग फिल्म का निर्माण करने वाली राकेश ओमप्रकाश मेहरा पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के CEO राजीव टंडन के मुताबिक वो एक ऐसी फिल्म का निर्माण करना चाहते थे जिससे कि वो मिल्खा सिंह की महान जीवन के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को बता सके। जब मिल्खा सिंह ने फीस लेने से मना कर दिया था तो किसी ऐसी चीज की तलाश की गई जो काफी विशेष हो जिसके बाद अंत मे उन्हें 1 रुपये का एक विशेष नोट दिया गया था।
Milkha Singh: क्यों खास था 1 रुपये का नोट
जो 1 रुपये का नोट मिल्खा सिंह को फिल्म की फीस के बदले दिया गया था उस पर ‘1958’ छपा हुआ था, ये नोट खास इसलिए था क्योंकि वर्ष 1958 में ही देश ने राष्ट्रमंडल खेलों में मिल्खा सिंह की वजह से पहला स्वर्ण पदक जीता था। बताया जाता है कि मिल्खा सिंह ने एशियाई खेलों में चार बार स्वर्ण पदक जीता था, मिल्खा सिंह को जब भी 1 रुपये का नोट मिलता था तो वो बेहद उत्साहित हो जाते थे। न्यूज़ एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार फिल्म रिलीज होने के कुछ समय बाद मिल्खा सिंह को फिल्म की फीस के रूप में 45 करोड़ रुपये अदा किए गए थे लेकिन इस खबर के बारे में कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
Milkha Singh: देश के सबसे तेज धावक थे मिल्खा सिंह
मिल्खा सिंह ने देश के लिए बहुत से पदक जीते थे जिनमें एशियाई खेलों में जीते गए 4 स्वर्ण पदक भी शामिल है, उन्होंने ये पदक 200 मीटर, 400 मीटर और 4×400 मीटर रिले दौड़ में जीते थे। अपने जीवन में देश के बंटवारे का दर्द झेलने वाले मिल्खा सिंह ने अपने जीवन में काफी कठिनाइयों का सामना किया था, उन्होंने जब फौज के लिए आवदेन किया था तो 3 बार तो उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया था लेकिन चौथी बार में उनका सेना में सेलेक्शन हो गया था।
जब मिल्खा सिंह अपने जीवन की आखिरी रेस के लिए पाकिस्तान गए थे तो उन्होंने उस रेस में एशिया के सबसे तेज धावक अब्दुल खालिक जो खुद पाकिस्तान से थे, को हरा दिया था। मिल्खा सिंह उस रेस में इतनी तेज से दौड़े थे कि पाकिस्तान के जनरल अयूब खान ने उन्हें ‘फ्लाइंग सिंह’ की उपाधि दी थी।