कोरोना काल व लॉकडाउन होने के बावजूद इन लड़को ने खड़ा किया 40 लाख का कारोबार
Youthtrend Inspirational Stories Desk : कोरोना महामारी से हर कोई देश बुरी तरह से प्रभावित हुआ हैं कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए बहुत से देशों में लॉकडाउन लगाया गया, लॉकडाउन की वजह से देश की अर्थव्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई, काफी लोगों के काम धंधे चौपट हो गए और बहुत लोगों को खाने तक के लाले पड़ गए। काफी लोग तो काम-काज ना होने के चलते अपने गांव लौट गए, ऐसा नहीं हैं कि कोविड काल में हर किसी को नुकसान उठाना पड़ा हो, दरअसल दो दोस्त ऐसे भी हैं जिन्होंने सिर्फ लॉकडाउन में ही अपने आईडिया के बलबूते 40 लाख का व्यापार किया। आइये आज के इस लेख में हम जानते हैं कि कौन हैं ये दोनों दोस्त और ऐसा क्या किया इन्होंने जो हो गया 40 लाख का कारोबार।
जब सबकी जा रही थी जॉब वहीं दो दोस्तों ने बनाये लाखो
हर किसी को अपनी मंजिल खुद तय करनी पड़ती हैं और अपना रास्ता भी खुद खुद ढूंढना पड़ता हैं भले ही राह में कितनी भी मुश्किलें आए लेकिन अगर मन में मंजिल को पाने की सच्ची लगन हो तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती, ठीक ऐसा ही कर दिखाया हैं कपिल सोरठिया ने, उन्होंने जो सपना देखा था वो उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से हासिल कर लिया। पेशे से इंजीनियर रह चुके कपिल ने हमेशा से कुछ अलग करने का सोचा था इसलिए उन्होंने अपने मित्र अक्षय गजेरा के साथ मिलकर केसर आम को आपूर्ति करने के लिए एके ब्रदर्स नाम से अपने स्टार्ट अप की शुरुआत की।
कौन हैं ये कपिल सोरठिया
गुजरात के एक छोटे से गांव के एक साधारण परिवार में हुआ था कपिल का जन्म, कपिल बचपन से शिक्षा में एक औसत छात्र हुआ करते थे, स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग राजकोट से की। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद कपिल में बहुत सी आईटी कंपनियों में बतौर इंटर्न कार्य किया, पर नौकरी के दौरान दिनचर्या से वो पूरी तरह ऊब चुके थे और ये निर्णय ले चुके थे कि वो नौकरी की जगह खुद का ही कुछ काम शुरू करेंगे और सफलता हासिल करेंगे।
किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं कपिल
कपिल एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं उनके पिता केसर आम की खेती किया करते थे कपिल बताते हैं कि इतनी मेहनत करने के बाद भी उनके पिता को ज्यादा लाभ नहीं मिलता था, कपिल के अनुसार उनके पिता को अपने खेत के आमों को बेचने के लिए अलग-अलग बिचौलियों से झुझना पड़ता था जिस वजह से ज्यादा मुनाफा नहीं मिल पाता था।
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कैसे आया केसर आम के व्यापार का विचार
कपिल ने कहा कि आईटी कंपनी में कार्य करने के दौरान उन्हें अच्छा अनुभव प्राप्त हो चुका था इसके बाद निर्यात के बारें में समझने की उनके अंदर ललक जागी, जिसके बाद उन्होंने कुछ समय तक निर्यात से जुड़े क्षेत्रों में काम किया और अनुभव हासिल किया। उनके मन में विचार आया कि अगर सही तरीके से आमों की खेती की जाए और प्रभावी रूप से उसे ग्राहकों तक पहुंचाया जाए तो उससे काफी मुनाफा हो सकता हैं।
क्यों बनाया कपिल ने अक्षय को अपना पार्टनर
कपिल ने बताया कि उनके पास आईटी और डिजिटल मार्केटिंग का अच्छा ज्ञान था और उनके दोस्त अक्षय को जैविक खेती करने के बारें में अच्छी खासी जानकारी थी इसलिए दोनों ने एक साथ मिलकर उच्च क्वालिटी के केसर आम उगाकर उसे इंटरनेट के द्वारा बेचने का विचार बनाया। शुरू में तो उन दोनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा लेकिन इन दोनों ने सिर्फ और सिर्फ आमों की गुणवत्ता को मजबूत बनाने पर ध्यान दिया।
गुणवत्ता और बेहतरीन ग्राहक सेवा के लिए जाने जाते हैं AK Brother
कपिल और अक्षय ने अपने आमों के व्यापार को नाम दिया एके ब्रदर, बेहतरीन केसर आमों की पैदावर और जैविक तरीके से उगाने के कारण आज इनके केसर आम की काफी ज्यादा मांग हैं जिस वजह से हर साल इनके ग्राहकों की संख्या में वृद्धि होती हैं। अगर किसी बॉक्स में एक भी आम खराब निकलता हैं तो उस ग्राहक को उस बॉक्स के बदले में नया बॉक्स देते हैं इस वजह से ग्राहकों का विश्वास उन पर कायम रहता हैं।
आधुनिक तकनीक का करते हैं इस्तेमाल
अपने एके ब्रदर केसर आम के बारें में हर जगह बताने के लिए आधुनिक तकनीक का काफी इस्तेमाल किया जाता हैं इसके अलावा कपिल ने आमों के बारें में दूर-दूर तक खबर पहुंचाने के लिए SEO तकनीक का इस्तेमाल किया गया जिसकी वजह से जब भी कोई केसर आमों के बारें में इंटरनेट पर खोजेगा तो उन्हें सबसे पहले एके ब्रदर के आम ही दिखाई देंगे। इसी वजह से उनके आमों की विदेशों में भी मांग बढ़ी हैं, दिलचस्प बात ये हैं कि लॉकडाउन के समय इन्होंने 40 लाख का कारोबार किया था