अक्षय की फिल्मों की तरह ही बेहद रोमांचक है उनके कुक के लॉकडाउन में घर वापसी की कहानी
Youthtrend Entertainment Desk खिलाड़ी कुमार के नाम से फिल्मों में अपने स्टंट और कॉमेडी के लिए मशहूर हैं, देश में लगे लॉकडाउन में जब सब अपने-अपने घर लौट रहें थे तब ऐसे में अक्षय कुमार के रसोइये रविंद्र कुमार दास भी अपने गांव गए थे लेकिन उनके वहां तक पहुंचने की कहानी भी बहुत रोचक हैं जिस तरह किसी फिल्म की कहानी होती हैं। अब रवि यानी रविंद्र कुमार दास को अपने गांव पहुंचे हुए लगभग 1 महीने का समय बीत चुका हैं, अब वो वापस से मुंबई आने की सोच रहें हैं अक्षय ने तो रवि को कह दिया हैं कि वो उनको लेने के लिए मुंबई से गाड़ी भी भेज सकते हैं, रवि ने बताया कि वो जल्द ही मुंबई लौटेंगे, उन्होंने मुंबई से लेकर गिरिडीह तक की अपनी यात्रा के बारें में बताया।
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उन्होंने बताया कि बिरनी गांव के रहने वाले दशरथ वर्मा मुंबई में टैक्सी चलाते हैं, मुंबई में कोरोना संक्रमण ज्यादा होने के कारण वो अपने परिवार के साथ टैक्सी से गांव लौट रहें थे तो 16 हजार रुपये में वो भी उनकी टैक्सी में ही 8 मई की सुबह गिरिडीह के लिए निकले, मालेगांव पर करने के बाद जब उनकी कार धुले के पास पहुंची तो उनकी गाड़ी एक बड़े पत्थर से टकरा गई जिसमें गाड़ी का इंजन पूरी तरह बिगड़ गया। इंजन खराब होने के बाद पूरे धुले में इंजन ढूंढा गया पर इंजन कहीं नहीं मिला, जिस वजह से उन लोगों को दो दिन तक सड़क किनारे ही रहना पड़ा।
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जिसके बाद उन्हें मुंबई के एक गैरेज से संपर्क करने के बाद एक मिस्त्री वहां पहुंचा और उनकी गाड़ी को मुंबई लेकर गए, मुंबई आने के बाद रवि बिरनी गांव के एक और व्यक्ति सुमित के एक रात रुके, जहां सुमित ने बताया कि एक पुरानी बाइक का इंतजाम हो सकता हैं तो दोनों ने 15 हजार में एक बाइक खरीदी और 4 हजार में बाइक ठीक कराने के बाद 11 मई की सुबह दिनों ही बाइक से गांव के लिए निकल गए लेकिन झांसी पहुंचने के बाद बाइक खराब हो गई, फिर हौंडा शोरूम में बाइक ठीक करवाके वो लोग निकले और 17 मई की रात को गांव पहुंचे।
गांव पहुंचने के बाद उन्होंने सरकारी अस्पताल में अपना चेकअप करवाया और उसके बाद वो 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहें, जिसके बाद अक्षय कुमार और ट्विंकल खन्ना ने उन्हें फोन करके उनका हालचाल पूछा। रवि ने बताया कि 2004 में वो मुंबई आए थे जहां उन्होंने महेंद्र कपूर की बेटी के यहां 6 साल तक काम किया पर वहां से हटने के बाद 1-2 साल तक वो इधर उधर भटके और फिर वो शेफ का काम सीखने के लिए दिल्ली आ गए।
यहाँ से कोलकाता गए काम करने और आखिर में फिर से मुंबई आ गए। जहां उन्हें पता चला कि अक्षय कुमार कुक की खोज में हैं जब किसी जान-पहचान के संपर्क के द्वारा वो अक्षय कुमार के घर गए जहां ट्विंकल खन्ना ने दो दिन तक उनके खाने का ट्रायल लिया और बाद में अक्षय कुमार ने भी उनके द्वारा बनाया खाना पसंद आ गया।