Iron Lady Sushma Swaraj: ये हैं वो मौके जब पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की लोगों की थी मदद
मंगलवार की रात दिल का दौरान पड़ने से पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का निधन हो गया हैं| उन्होने दिल्ली के एम्स में अपने जीवन की आखिरी सांस ली, उनके निधन पर देश-विदेश के तमाम राजनेताओं ने दुख व्यक्त किया हैं| ऐसे में उनके घर पर श्रद्धांजलि देने के लिए उनके करीबी और नेताओं का तांता लगा हुआ हैं| बता दें कि पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मात्र 67 साल की थी|
ये हैं वो पल जब सुषमा जी ने किए मदद
(1) अगस्त 2016 में फैजान और उनकी पत्नी सना ने यूरोप घूमने की योजना बनाई थी| लेकिन जब दोनों का टिकट और वीजा जारी हो गया तब फैजान को मालूम पड़ा कि उसकी पत्नी सना का पासपोर्ट खो गया हैं| इस बात पर फैजान ने सुषमा जी से मदद की गुहार लगाई, फैजान की मदद के लिए सुषमा जी ने कदम उठाए और उनकी पत्नी सना का पासपोर्ट बन गया| इस तरह से सुषमा जी ने फैजान की मदद कि, इस मदद के बदले फैजान ने उनका शुक्रिया अदा किया|
(2) अप्रैल 2016 में भारत के निशाने बाज अभिनव बिंद्रा को रियो में प्री ओलंपिक में भाग लेना था| लेकिन उसी समय उनके कोच का पासपोर्ट चोरी हो गया हैं, ऐसे में अभिनव बिंद्रा ने सुषमा जी से मदद करने को कहा| हालांकि इस मदद के बदले सुषमा जी ने उनसे गोल्ड मेडल लाने का वादा करने को कहा| सुषमा जी के इस शर्त पर अभिनव बिंद्रा ने कहा कि आपकी शुभकामनायें साथ हैं तो मैं अपनी ओर से पूरी कोशिश करूंगा, गोल्ड मेडल लाने में कोई कमी नहीं छोडूंगा|
(3) नवंबर 2016 में नरेश नाम के एक शख्स ने सुषमा जी से मदद की गुहार लगाई| दरअसल नरेश, जिस लड़की से शादी करने वाले थे वो कराची पाकिस्तान से थी और उन्हें वीजा नहीं मिल रही थी, ऐसे में उन्होने सुषमा जी से वीजा के लिए कहा| ऐसे में सुषमा जी ने उनसे चिंता ना करने को कहा और यह बात कहीं कि आपको जल्दी ही वीजा मिल जाएगा|
(4) हामिद अंसारी पाकिस्तान की जेल में 6 साल गुजारे थे| दरअसल हामिद फेशबुक पर हुयी दोस्ती की वजह से पाकिस्तान चले गए थे और उन्हें वहीं गिरफ्तार कर लिया गया| हालांकि उनके घर वालों की लाख कोशिशों के बावजूद वो उन्हें पाकिस्तान की जेल से नहीं छुड़ा पाये थे| लेकिन सुषमा जी की मदद से हामिद पाकिस्तान की जेल से रिहा हो पाये|
(5) आपको गीता नाम याद ही होगा, जी हाँ वहीं गीता जो बचपन में पाकिस्तानी रेंजर्स को मिली थी| हालांकि कई सालों पाकिस्तान में गुजारने के बाद भी गीता को यह पता नहीं चल पाया था कि वो पाकिस्तान कैसे पहुंची थी| बता दें कि गीता बोल और सुन नहीं सकती हैं और उनकी देखभाल कराची स्थित ईधी फाउंडेशन ने की थी| गीता, सुषमा जी की मदद से भारत वापस आ पायी| एक प्रेस कांफ्रेंस में सुषमा जी ने गीता को हिंदुस्तान की बेटी’ कहा था और इसके साथ ही यह भी ऐलान किया था कि उनके परिजनों को ढूंढ निकालने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी|
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