सोने समय अगर आपके भी मुंह से गिरती है लार तो एक बार जरूर पढ़ लें ये खबर
हमारे शरीर में अनेक ग्रंथियां होती हैं और उनकी तरह ही लार ग्रन्थि भी होती है जो कि हमेशा स्लायिवा (लार) का निर्माण करते रहती है। ये लार हमारे भोजन को पचाने में काफी सहायता करते हैं। हमारे शरीर में इसका होना अतिआवश्यक है। जब आप गहरी नींद के बाद जागते हैं तो आपने ये अधिकांशतः देखा होगा कि आपके मुंह के कोने से पतली सी लार की धारा बह रही है। ये बहुत आम बात है लेकिन कभी कभी ये संकेत आपके शरीर में किसी बड़ी बीमारी के लिए भी हो सकते हैं।
आइए सबसे पहले हम जानते हैं कि आपकी नींद और लार बहने के बीच का क्या संबद्ध है। जब आप नींद में होते हैं तो आप और आपके चेहरे की नसें आराम कर रही होती हैं तो इसलिए जब आप सो रहे होते हैं तो लार के ग्लैंड लार तैयार करते हैं तो वे बहने लग जाते हैं। क्यूंकि उस समय आप उसे निगल नहीं सकते।आपने ध्यान दिया होगा तो आपको दिखा होगा कि सामान्यतः जब आप करवट ले कर सोते हैं तभी लार बहना शुरू होता है।
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लार बहने के कारण
1. साइनस इंफेक्शन – श्वास नलिका के इंफेक्शन आमतौर पर सांस लेने या फिर कुछ निगलने से जुड़े हुए होते हैं। इस तरह को समस्याओं में मुंह में लार जमा हो जाते हैं और बहने लगते हैं। क्यूंकि आप इस समस्या की वजह से रात में सोने के वक्त नाक से सांस नहीं ले पाते इसलिए मुंह से लेते हैं और उस समय आपके मुंह में बन रही लार बहने लगा जाती है।
2. एलर्जी – नाक से होने वाली एलर्जी या खाने पीने से होने वाली एलर्जी से भी लार का अधिक निर्माण होने लगता है और वो बहने लगती है।
3. शरीर में लार बनाने के लिए अलग से ग्लैंड होते हैं । जब हम सो रहे होते हैं तो जागते समय की अपेक्षा हमारे मुंह से अधिक मात्रा में लार स्रावित होने लगता है।
4. एसिडिटी – इसकी वजह से भी सोते समय ज्यादा लार बनने लगते हैं और जब हम गहरी नींद में होते हैं तो वो हमारे मुंह से बहने लग जाते हैं।
5. सोते समय डरना – कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें सोते समय डर लगने लगता है इस समस्या का एक लक्षण लार का बहना भी है।
6. दवा लेना – अगर आप किसी चीज की दवा लेते हैं तो सोते समय लार बहना एक आम बात होती है।