बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता कादर खान से जुड़ी ये 30 बातें नहीं जानते होंगे आप
आज हम आपको बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता कादर खान की जिंदगी के बारे में 30 रोचक बातें बताने वाले हैं। तो आइए जानते हैं उन तीस बातों के बारे में –
फिल्म इंडस्ट्री में पहला कदम
1. कादर खान के पिता का नाम अब्दुल रहमान खान था,ये कांधार से ताल्लुक रखते थे और माता का नाम इकबाल बेगर था , इनकी मां पिशिन से ताल्लुक रखती थीं।
2. कादर खान ने बॉम्बे युनिवर्सिटी के स्माइल कॉलेज से इंजीनियरिंग से ग्रैजुएशन की पढ़ाई पूरी की।
3. फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले कादर खान एमएच सैबू सिद्दिक कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर रह चुके हैं।
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4. सन् 1973 में अाई फिल्म “दाग” से कादर खान ने फिल्म इंडस्ट्री में अपना पहला कदम रखा था। वेअब तक करीब 300 फिल्मों में काम कर चुके हैं।
5. फिल्म “दाग” में उन्होंने अभियोगपक्ष के वकील की भूमिका निभाई थी।
250 से भी अधिक फिल्मों को डायलॉग से सजाया
6. कादर खान के तीन बेटे हैं जिसमें से एक कनाडा में रहता है। सूत्रों के अनुसार कादर खान के पास कनाडा की भी नागरिकता है इसी कारण वे कुछ दिनों से अपने बेटे के यहां कनाडा में रह रहे थे।
7. कादर खान ने अपने कॉलेज में ड्रामा भी किया हुआ है जिससे सुपरस्टार दिलीप कुमार काफी प्रभावित हुए थे। इन्हीं अभिनय को देख कर दिलीप कुमार ने इनको अपनी फिल्म ” सगीना ” और ” बैराग ” के लिए चुना था।
8. इन्होंने 250 से भी ज्यादा फिल्मों के लिए डायलॉग लिखे है।
9. फिल्म “रोटी” के निर्देशक मनमोहन देसाई ने इस फिल्म के लिए उनसे डायलॉग लिखवाए थे और इसके लिए उन्हें 120,000 भी दिए थे। जो कि उस समय के लिए काफी बड़ी रकम थी।
10. कादर खान ने टेलीविजन पर एक शो ” हंसना मत ” प्रसारित किया था। इसमें उन्हें मुख्य भूमिका में देखा गया था।
इन पुरस्कारों से हुए सम्मानित
11. इन्होंने प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई द्वारा चलाए गए प्रतियोगी कैंप में भी काम किया हुआ है। इस कैंप में जाने वाले वे अमिताभ बच्चन के बाद दूसरे कलाकार थे।
12. कादर खान ने अमिताभ बच्चन की कई सारी फिल्मों के लिए डायलॉग लिखे थे।
13. वर्ष 2013 में फिल्मों में अहम योगदान के लिए साहित्य शिरोमणि अवार्ड से सम्मान दिया गया था।
14. सन् 1982 और 1983 में उन्हें बेस्ट डायलॉग के लिए फेयर का खिताब भी मिल चुका है।
15. फिर उन्हें 1991 में बेस्ट कॉमेडियन और 2004 में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के लिए फिल्म फेयर का खिताब मिला
अफवाहों ने किया परेशान
16. इन्हें फिल्म फेयर में नौ बार बेस्ट कॉमेडियन के लिए चुना गया।
17. इनकी सफलता और आईएमसी के लिए काफी अच्छे काम के लिए इन्हें एएफएमआई की ओर से भी उन्हें काफी सराहा गया।
18. सन् 1942 में एक फिल्म अाई थी “रोटी” इसमें कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे अशरफ खान को अपने नए नाटक के लिए काफी तेज तर्रार लड़के की तलाश थी। तभी उनके सामने कादर खान का जिक्र हुआ।
19. कभी सोशल मीडिया पर एक अफवाह अाई थी कि कादर खान का निधन हो गया , इस घटना से वे और उनके परिवार वाले काफी दुखी हुए थे।
20. सूत्रों के मुताबिक कादर खान बचपन में बहुत गरीब हुआ करते थे तथा से किसी भी तरह अपने परिवार के साथ गुजर बसर करते थे।
21. कादर को उनकी मां मस्जिद में नमाज अदा करने के लिए भेजती थी तो वे कब्रिस्तान चले जाया करते थे और उनकी मां को इस बात का पता तब चल जाता था जब वे उनके गंदे पैरों को देखती थीं।
22. कादर खान ने अपने पहले नाटक से ही सबको मोहित कर लिया और उसे समय इन्हें एक बुजुर्ग व्यक्ति ने 100रु इनाम के तौर पर दिया। ये इनाम उनके लिए एक ट्राफी से कम नहीं था। लेकिन गरीबी की वजह से उन्हें इन पैसों को भी खर्च करना पड़ा।
23. जब कादर खान का जन्म नहीं हुआ था तब इनके परिवार वाले काबुल में रहा करते थे। वहां उनके तीन बड़े भाइयों जिनकी उम्र आठ वर्ष हो गई थी उनकी वहां मृत्यु हो जाती थी इस वजह से कादर खान की मां ने उन्हें जन्म लेने के बाद ही मुंबई ले कर आ गई।
24. कादर खान एक अच्छे लेखक भी थे। उनका कहना था कि एक अच्छे लेखक की यही पहचान है कि वह अपनी जिंदगी में होने वाले दुखों का मुकाबला कर सके।
25. कादर कभी भी फिल्मों में नहीं जाना चाहते थे क्यूंकि उस समय फिल्मों में काम करना निम्न स्तर की श्रेणी में आता था।
पुस्तकें भी लिखीं हैं
26. कादर खान ऐसे लेखक थे जो कि सामान्य बोलचाल की भाषा में भी डायलॉग लिख दिया करते थे।
27. कादर खान ने 100 से ज्यादा पुस्तकें ऐसी लिखीं हैं जिनमें ग़ज़ल के अर्थ को समझाया गया है।
28. एक दौर ऐसा भी था जिसमें कादर खान बाकी के स्टार्स से ज्यादा लोकप्रिय थे।
29. ये दोहरे अर्थ के डायलॉग भी लिखा करते थे जिस वजह से इनकी काफी आलोचनाएं हुईं और आलोचकों ने भी इन पर सीधा निशाना साधा।
30. जब से उनकी तबीयत खराब रहने लगी वे काफी चिंतित रहने लगे थे क्यूंकि उन्हें काम नहीं मिल रहा था ।