आइए जानते हैं, बैंक आखिर आपसे क्यों मांगते कैंसल्ड चेक?
आपने कभी ध्यान दिया होगा कि लोन लेते वक्त या पैसे जमा करते वक्त आपसे बैंक वाले कैंसल्ड चेक मांगते हैं, क्या आपने कभी सोचा है कि बैंक आपसे ये कैंसल्ड चेक क्यों मांगा करते हैं। तो चलिए आपको हम इस पोस्ट के माध्यम से इससे संबंधित बातें बताते हैं। बैंक आपसे कैंसल्ड चेक इसलिए मांगते है ताकि आपका अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड की सही जानकारी मिल सके।
क्या है कैंसल्ड चेक
कैंसल चेक एक तरह का सामान्य चेक ही होता है, जो चेक आपके पास होता है। आपके पास जो चेक बुक है उसमे से एक चेक निकालकर उस पर पेन से दो लकीरों से क्रॉस कर देते हैं। ये इस लिए किया जाता है ताकि उनको ये पता चल सके कि वास्तव में आपका अकाउंट उस बैंक में है। आपको कैंसल्ड चेक देने की जरूरत तब पड़ती है जब आपको लोन लेना होता है या पीएफ अकाउंट आदि से रकम निकालना होता है।
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कैसे देते हैं कैंसल्ड चेक
आप अपने चेक बुक से एक चेक निकालकर उस पर पेन से क्रॉस लाइन बना दें। यही कैंसल्ड चेक है। इस पर आपको किसी तरह का हस्ताक्षर नहीं करना होता। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि इस कैंसल्ड चेक के जरिए आपके अकाउंट से कोई पैसा ना निकाल ले। अगर आप किसी व्यक्ति के सामने उसके कलम से अपने चेक को कैंसल करते हैं तो वह उसका गलत उपयोग कर सकता है।
क्यों मांगा जाता है कैंसल्ड चेक
- अगर आप अपने पैसे को कहीं पर निवेश करना चाहते हैं तो केवाईसी के लिए कैंसल्ड चेक देना होता है।
- म्यूचुअल फंड या शेयर ब्रोकर भी कैंसल्ड चेक की मांग करते हैं।
- अगर आप लोन लेना चाहते हैं तो आपके बैंक कि सही जानकारी के लिए आपसे कैंसल्ड चेक मांगा जाता है।
- ईसीएस के लिए भी आपसे कैंसल्ड चेक मांगते हैं, पीएफ अकाउंट से रकम निकालने के लिए भी कैंसल्ड चेक मांगा जाता है।
- जब आप बीमा पॉलिसी खरीदते हैं तो कम्पनी आपसे कैंसल्ड चेक मांगती है।