27 साल बाद करवाचौथ पर बना “अमर सुहाग” का ये संयोग, 2 झाड़ू की सींक से करें ये उपाय
करवाचौथ का पर्व कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है और यह पर्व सुहागिन महिलाएं मनाती हैं। बता दें यह व्रत सूर्योदय से पहले करीब ४ बजे के बाद शुरू होकर रात में चंद्रमा दर्शन के बाद संपूर्ण होता है और यह व्रत पति की दीर्घायु एवं अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए रखा जाता हैं| इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करती हैं, सोलह श्रृंगार में माथे पर लंबी सिंदूर अवश्य हो क्योंकि यह पति की लंबी आयु का प्रतीक होता है।
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मंगलसूत्र, मांग टीका, बिंदिया ,काजल, नथनी, कर्णफूल, मेहंदी, कंगन, लाल रंग की चुनरी, बिछिया, पायल, कमरबंद, अंगूठी, बाजूबंद और गजरा ये 16 श्रृंगार महिलाएं इस दिन करती हैं| इस दिन गणेश जी की पुजा किया जाता है तथा करवाचौथ के दिन महिलाओं को फूलो से शृंगार करना चाहिए और पतियों को अपनी पत्नियों को कुछ ना कुछ उपहार जरूर देना चाहिए|
इसके अलावा यदि इस दिन रात को चंद्रमा को देने वाले अर्घ्य के पानी में गुलाब के फूल डाल दे तो इससे शुक्र देव प्रसन्न होते हैं| इस साल करवाचौथ के दिन अमर सुहाग का महासंयोग बन रहा हैं| ऐसे में सुहागिन महिलाएं झाड़ू की सींक को बांध कर ये उपाय करे, इससे आपको लाभ मिलेगा|
सींक वाली झाड़ू में से दो सींके निकाल ले और दोनों एक दूसरे के विपरीत नीले रंग के धागे से बांध ले और अब इसे दक्षिण-पश्चिम दिशा में रख दे| इससे यदि आपके और आपके पति के बीच में लड़ाई-झगड़े खत्म हो जाएगा, इसके अलावा आपके घर में कोई तीसरा व्यक्ति प्रवेश कर गया हैं तब भी आपके रिश्ते के बीच में नहीं आ सकता हैं|