बंद होने जा रही है सरकारी बैंकों की ये 70 शाखाएं, जानें क्या है वजह
सरकारी बैंको की हालत दिन ब दिन बिगड़ती जा रही हैं| बैंको की इस बिगड़ती स्थिति को देख कर कई बार आरबीआई चीता जता चुकी हैं| आरबीआई की इस चिंता को देखते हुये कई बैंको ने अपनी हालत में सुधार लाने की कोशिश करने लगे हैं| इसलिए बैंको को अपने गैरजरूरी खर्चो में कटोती करने की जरूरत हैं| इसी तर्ज पर कई बैंको ने अपनी घाटे में चल रही विदेशी शाखाओं को बंद करने का फैसला लिया हैं| ऐसे में देश के सरकारी बैंको ने करीब 70 विदेशी शकहों की पहचान की हैं जो की इस समय घाटे में चल रही हैं|
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जानकारों के मुताबिक भारत के सरकारी बैंकों की विदेशों में कुल 216 शाखाएँ हैं और इनमें से 70 शाखाएं बंद होने जा रही हैं। विदेशी शाखाओं में एसबीआई 52 शाखाओं के साथ सबसे आगे हैं| इसमें से कुल 9 शाखाएँ घाटे में चल रहीं हैं और इस वजह से इनको बंद करने का फैसला लिया जा रहा हैं| इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा की 50 शाखाएँ और बैंक ऑफ इंडिया की 29 शाखाएँ विदेशो में स्थित हैं| विदेशी बैंक शाखाओं को बंद करने की खास वजह यह हैं कि ताकि बैंको की हालत में सुधार, खर्चो में कम करने और पूंजी बचाने की कोशिश की जा सके|
इस क्षेत्र में एसबीआई ने कदम बढ़ाते हुये अपनी 6 विदेशी शाखाएँ बंद कर दी हैं| इसके अलावा एसबीआई विदेशो में 9 और शाखाओं को बंद करने की योजना बना रहा हैं| जैसा की हम सब जानते हैं की एसबीआई देश का सबसे बड़ा ऋणदाता हैं और इसकी शाखाएँ देश में ही नहीं विदेशो में भी सबसे ज्यादा हैं| भारत के लोगों को एसबीआई पर पूरा भरोसा होता हैं| इसलिए इस बैंक में ग्राहको की संख्या अन्य बैंको की तुलना में ज्यादा हैं|