Facebook इंटरव्यू में अक्सर पूछे जाते हैं ऐसे सवाल, यहां जानें
आज इंटरनेट और सोशल मीडिया तकरीबन हर किसी के लिए सबसे ज्यादा जरूरी हिस्सा बन चुका है जिसमे फ़ेसबुक सबसे ज्यादा अहम है। आपको बता दें की फेसबुक का भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है, इसके जरिये लोग अपनी सोच, सूचना, आदि को कई लोगों तक कम समय में पहुंचाते है। ऐसे में अगर आपको फेसबुक में नौकरी करने का मौका मिले तो कौन नहीं करना चाहेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें की दुनिया की टॉप कंपनियों में से एक फेसबुक को करीब प्रतिदिन हजारों उम्मीदवारों की एप्लीकेशंस मिलती हैं। अब हर किसी को तो रखा नहीं जा सकता और ना ही उन्हे सीधे तौर पर माना भी किया जा सकता है, ऐसे में एप्लीकेशंस की छंटनी के लिए यहां रिक्रूटर्स स्ट्रक्चर्ड इंटरव्यू का इस्तेमाल करते हैं।
रिक्रूटिंग डायरेक्टर लिज वमाई बताती है की इंटरव्यू के इस प्रक्रिया में सभी ऊमीद्वारों के लिए कुछ सवाल कॉमन होते हैं जो उनसे इंटरव्यू के दौरान पूछ जाते हैं और इसके आधार पर बड़े स्तर पर छटनी की जाती है। तो चलिये जानते है कौन से हैं वो तीन सवाल जो फेसबुक में इंटरव्यू के दौरान अक्सर पूछे जाते हैं।
पहला सवाल
फ़ेसबुक में नौकरी के लिए आए ऊमीद्वारों से सबसे पहले सवाल ये पूछा जाता है की “जॉब में अपने सबसे अच्छे दिन को आप किस तरह बिताते हैं।” इसका अर्थ बताते हुए लिज कहती हैं कि इस सवाल के जरिए हम उम्मीदवारों से पूछ रहे होते हैं कि उनकी खूबियां क्या हैं और उन्हें क्या करना पसंद है।
दूसरा सवाल
फसबुक का अगला सवाल ये होता है की “ऐसा कब हुआ जब आपने अपना टाइम ट्रैक खो दिया।” ऐसे में उम्मीदवार का जवाब यही दिखाता है कि क्या उनका काम उनके दिन को आसानी से शाम में बदल देता है। इस सवाल को पूछने का सीधा सा मतलब ये है की आप अपने काम को कितना सिरियस होकर करते है और अपने कम को किस हद तक पसंद करते है की उसे करते हुए उन्हें समय का पता ही नहीं चलता। असल में यह वह समय भी होता है जब आप उन चीजों के नजदीक होते हैं जो आपको प्रेरित करती हैं।
तीसरा सवाल
वे फेसबुक के मिशन और वैल्यूज में किस तरह योगदान देंगे। लिज कहती हैं, यह सवाल वाकई महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बताता है कि उम्मीदवार फेसबुक के मिशन के बारे में कितना अपडेटेड है। खुद फाउंडर मार्क जकरबर्ग भी उन लोगों की हायरिंग पर हमेशा जोर देते हैं जो कंपनी के विजन को बेहतर ढंग से शेयर करते हैं। लिज कहती हैं, इसका अर्थ मेरे लिए यह समझना है कि फेसबुक के अलग-अलग हिस्से किस तरह उसके मिशन को मजबूत बनाते हैं या फिर वैल्यूज में वे किस तरह अपना सहयोग दे सकते हैं।
तो ये थे वो तीन सवाल, अगर आपको भी कभी मौका मिले फेसबुक से जुडने और वहाँ पर नौकरी करने का तो इन तीनों सवालों पर अपनी बेहतर पकड़ बना लीजिएगा, क्योंकि इसका जवाब तो हर किसी के पास होगा मगर सटीक और संतुष्ट कर देने वाला जवाब ही आपको वहाँ पर नौकरी दिला सकता है।