आज रविवार और एकादशी को बन रहा है अद्भुुुत योग, करें इनमें से कोई भी एक उपाय, हर इच्छा होगी पूरी
जून का महिना धार्मिक लोगों के लिए बहुत खास महिना साबित होने वाला हैं| वो इसलिए क्योंकि 13 जून तक पुरुषोत्तम मास चलेगा, इस दौरान पड़ने वाली एकादशी को कमला, परमा और हरिवल्लभा एकादशी इत्यादि नामो से जाना जाता है। इस बार ये एकादशी 10 जून को पड़ रही है। मलमास यानि पुरुषोत्तम मास में पड़ने की वजह से इसकी महत्ता बहुत बढ़ जाती है। अधिक मास में आने वाली इस एकादशी को दुर्लभ माना जाता है, क्योंकि ये 3 साल में एक ही बार आती है।
इस दिन रखा गया व्रत हर मनोकामना की पूर्ति करता है साथ ही व्रत धारी को सभी प्रकार की निधियां और दुर्लभ सिद्घियां भी प्राप्त होती हैं। इस एकादशी पर विष्णु-लक्ष्मी के साथ ही शिव-पार्वती की पूजा करने से आपके सभी दुख दूर हो सकते हैं। इस मास में किया गया दान-पुण्य बहुत फलदायी होता हैं| इसलिए जो व्यक्ति इस दिन दान करता है, उसे अक्षय पुण्य मिलता है।
आइए हम आपको बताते हैं कि इस एकादशी के योग में कौन-कौन से उपाय आप कर सकते है…
(1) माना जाता हैं कि गरीबो को दान करना सबसे पुण्य का काम होता हैं इससे भगवान भी प्रसन्न रहते हैं| इसलिए आप किसी गरीब को या मंदिर में तिल, वस्त्र, धन, फल और मिठाई इत्यादि का दान करें।
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(2) हर मनुष्य अपनी गरीबी से मुक्ति पाना चाहता हैं यदि आप भी दरिद्रता से मुक्ति पाना चाहते हैं तो पूजा में दक्षिणावर्ती शंख में केसर वाला दूध डालकर भगवान विष्णु या बाल गोपाल का अभिषेक करें। आप अपनी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए भगवान से प्रार्थना करें।
(3) एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी कि पुजा कि जाती हैं क्योंकि यह मास भगवान विष्णु को समर्पित हैं| इसलिए एकादशी के दिन भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए ऊँ नमोः नारायणाय ऊँ नमोः भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप 108 बार करें। इस मंत्र का जाप करने से आपके जीवन कि समस्याएँ जल्द ही समाप्त हो जाएगी|
(4) आप इस दिन पानी में तिल, गंगाजल, दूध, आंवले का रस इत्यादि मिलाकर स्नान करें|
(5) एकादशी के दिन किसी पवित्र नदी में स्नान करें और स्नान करते वक्त वरुण देव के मंत्र ऊँ वम वरुणाय नमः का जाप करें|
(6) संभवतया इस दिन निर्जला व्रत करना चाहिए। निर्जला यानी बिना पानी का व्रत। यदि आप निर्जला व्रत नहीं कर सकते हैं तो फलाहार और दूध का सेवन करते हुए व्रत करें| इस दिन व्रत करना अत्यंत फलदायी होता हैं|
(7) एकादशी के दिन सर्वप्रथम स्नान करने के बाद पूजा करना चाहिए फिर आप पितरों के तर्पण करें। आप किसी भी मंदिर में जाकर भगवान के सामने धूप, दीप जलाएं। प्रसाद, हार-फूल, केसर आदि चीजें चढ़ाएं। विष्णु भगवान को पीले प्रसाद चढ़ाएँ|
(8) एकादशी के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा करें। वैसे भी भगवान शिव अपने भक्तो कि मनोकामनाएँ जल्द ही पूरा करते हैं| भगवान के सामने घी का दीपक जलाएं। माता पार्वती को सुहाग की चीजें अर्पित करें।
(9) आप किसी भी शिव मंदिर में जाकर भगवान को नारियल, बिल्वफल, सीताफल, सुपारी, मौसमी फल आदि चीजें चढ़ाएं। ऐसा करने से भगवान शिव कि कृपा दृष्टि आप पर बनी रहेगी|
(10) एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा करें। पूजा में भगवान विष्णु की किसी भी कथा का पाठ करें। जैसे रामायण, सत्यनारायण की कथा, विष्णु पुराण इत्यादि। इसको करने से आपकी मनोकामना जल्द ही पूरी होगी|